खाटूश्यामजी मंदिर में मची भगदड़ मेंसरकार सख्त( strict)

सीकर. खाटूश्यामजी मंदिर में मची भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत के बाद अब अधिकारियों पर गाज गिरनी( strict) शुरू हो गई है. खाटूश्यामजी थानाप्रभारी रिया चौधरी को सस्पेंड करने के बाद अब दांतारामगढ़ एसडीएम राजेश मीणा और रींगस पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिंह को भी मंगलवार देर रात सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं मामले को लेकर बुधवार को दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री निवास पर अहम बैठक होगी. सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में पर्यटन विभाग, मेला प्राधिकरण और देवस्थान विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक में विभिन्न धार्मिक मेलों में भीड़भाड़ प्रबंधन और आवश्यक सुधारों पर चर्चा होगी.
खाटूश्यामजी दुखान्तिका के बाद चेता प्रशासन अब मंदिर की व्यवस्थाओं के सुधार के लिये ताबड़तोड़ दौरे और बैठकें कर रहा है. इस मामले में सबसे पहले गाज खाटूश्यामजी थानाधिकारी रिया चौधरी पर गिरी थी. सोमवार को हादसे के बाद एसएचओ रिया चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया था. उसके बाद से माना जा रहा था कि और भी अधिकारी इसकी जद में आयेंगे. उसके बाद इलाके के एसडीएम और डीएसपी को भी हटा दिया गया.
घटना के बाद से ही पुलिस और प्रशासन पर उठ रहे थे सवाल
मंगलवार देर रात पुलिस मुख्यालय ने रींगस पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया. डीजीपी एमएल लाठर ने इसके आदेश जारी किए. वहीं इसके साथ ही दांतारामगढ़ एसडीएम राजेश मीणा को भी निलंबित कर दिया गया. कार्मिक विभाग ने इसके आदेश जारी किये हैं. भगदड़ की घटना के बाद से ही पुलिस-प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठ रहे थे. इस मामले में अब तक तीन अधिकारी सस्पेंड किये जा चुके हैं. वहीं मंदिर कमेटी के पांच पदाधिकारियों के खिलाफ स्थानीय कांग्रेसी नेता ने गैर इरातन हत्या का मामला भी दर्ज करवाया है.
रिया चौधरी को निलंबित किये जाने से आक्रोशित हुआ जाट समाज
दूसरी तरफ खाटूश्यामजी दुखान्तिका मामले में खाटूश्यामजी एसएचओ रिया चौधरी को निलंबित किये जाने से जाट समाज आक्रोशित हो गया. उसने मंगलवार को दोपहर में सीकर मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट पर इसको लेकर प्रदर्शन किया. जाट समाज ने रिया चौधरी को सस्पेंड करने का विरोध करते हुये उच्चाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग थी. इसके साथ ही मंदिर कमेटी को भंग कर मंदिर पर सरकारी नियंत्रण की भी मांग की थी.