आगरा में कारोबारी की गोली लगने से नहीं हुई थी मौत
आगरा । आगरा (getting shot) के लोहामंडी में रहने वाले कारोबारी नवीन वर्मा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि नवीन की मौत गोली लगने (getting shot) से नहीं हुई थी। घरवालों से बताया था कि वह भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष टिंकू भार्गव और उसके दोस्त अनिल से मिलने जा रहा है।
दो घंटे बाद फोन पर उसने परिवार को बताया कि वह उन्हीं दोनों के साथ है। फिर रात में अचानक नवीन के दोनों मोबाइल बंद हो गए। उसके शरीर पर कहीं भी गोली लगने के निशान नहीं थे।नवीन जिंदा था, तभी उसका सिर धड़ से अलग किया गया। हत्यारोपी भाजपा नेता ने कबूल किया था कि पहले सिर में गोली मारी थी, फिर गला काट दिया था।
पुलिस ने कार से कटा सिर और खाली खोखा बरामद किया था। अब पुलिस कार की फॉरेंसिक जांच करेगी।पोस्टमॉर्टम में नवीन के सिर में गोली लगने का कोई घाव नहीं मिला है। ऐसे में माना जा रहा है कि हत्यारों ने जब नवीन का सिर काटा, तब नवीन जिंदा था।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अब कार की तकनीकी जांच कराने की बात कह रही है। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि ऐसे में गोली अगर नवीन को नहीं लगी तो आखिर कहां लगी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। हत्यारोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पहले नवीन के सिर में गोली मारी थी।
बाद में उसका सिर धड़ से अलग किया था। उसने अपना मोबाइल पावर हाउस पर ही स्विच ऑफ कर दिया था। जब कार हाईवे पर पहुंची थी तो उसने नवीन का फोन बंद किया था। कार को अनिल चला रहा था। उसके बराबर में नवीन बैठा था। पीछे टिंकू था, टिंकू ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से नवीन के सिर पर गोली चलाई थी।