शारदा नदी ने फसलों को अपने आगोश में लेना शुरू
लखीमपुर-खीरी । खीरी (crops) के धौरहरा क्षेत्र में सरयू नदी के कटान से अभी लोगों की दहशत कम नहीं हो पाई थी कि शारदा नदी खेतों में खड़ी हरी भरी फसलों (crops) को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है। वहीं इस बाबत उपजिलाधिकारी धौरहरा धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि कटान प्रभावित सभी गांवों में बाढ़ खण्ड द्वारा बचाव कार्य करवाए जा रहे हैं, कटान थमा है।
कटान पीड़ितों का सर्वे करवाया जा रहा है। सभी को जल्द ही अहेतुक सहायता राशि दिलाई जाएगी। जिनको देख किसानों की धड़कने बढ़ गई है। मायूस किसानों ने हल्का लेखपाल को सूचना देकर बचाव कार्य शुरू करवाने के लिए मांग की है।
इस बाबत किसान ओमप्रकाश बाजपेई ने बताया कि उनकी 2 एकड़ जमीन नदी में समा चुकी है, साथ ही गांव के उमाशंकर बाजपेयी की एक एकड़, दयाशंकर की एक एकड़ समेत कुछ अन्य किसानों की जमीन शारदा नदी ने काट ली है।
अगर जल्द ही प्रशासन बाढ़ खंड से बचाव कार्य शुरू नहीं करवाया, तो बड़े स्तर पर नुकसान होना लाजमी है। वहीं शारदा नदी द्वारा जमीनों का हो रहे कटान के बारे में जब हल्का लेखपाल जागेश्वर से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि जानकारी हुई है।
हालातों पर नजर रखी जा रही है। किसानों से मिली जानकारी के अनुसार ईसानगर ब्लाक के कैराती पुरवा में सरयू नदी ने केशव राम, राधेश्याम, किशुन बिहारी, रामेश्वर, शंकर कैलाश, बालक राम, अवधराम, रामधार, मैकू लाल, रामू पच्चू बोधनरायन आदि की खून पसीने से तैयार की गई फसलों को अपने आगोश में ले लिया है।