सत्ता से नजदीकियां दिखाकर सोसाइटी में अवैध निर्माण

गाजियाबाद । नोएडा (Society) की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से बदसलूकी के बाद चर्चाओं में आए श्रीकांत त्यागी से बेशक BJP किनारा कर रही हो, लेकिन BJP के बूते ही नोएडा-गाजियाबाद की सरकारी मशीनरी में उसका दबदबा है। आरोप है कि पांच अगस्त 2022 को श्रीकांत त्यागी ने इस महिला को अपशब्द बोले, गाली-गलौज की और धक्का (Society) दिया।
सोशल मीडिया में इसकी वीडियो पर श्रीकांत की खूब आलोचना हो रही है। इधर, दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने श्रीकांत के खिलाफ कार्रवाई करने में मोर्चा खोल दिया है। सत्ता से नजदीकियां दिखाकर उसने सोसाइटी में अवैध निर्माण किया। लॉन पर कब्जा किया।
फेसबुक पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर तमाम केंद्र-प्रदेश के नेताओं संग उसके फोटो दर्शाते हैं कि उसका ओहदा कितना बड़ा था। हालांकि अब इतना बवाल हो चुका है कि बदनामी से बचने के लिए भाजपा के आला नेता ही उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की पैरवी में जुट गए हैं।
सत्ता के तमाम बड़े नेताओं का इस फ्लैट पर आना-जाना था, इसलिए कोई कुछ बोल नहीं पाता था। नोएडा अथॉरिटी में साल-2019 में शिकायत हुई। अथॉरिटी ने श्रीकांत को नोटिस जारी किया, लेकिन श्रीकांत की हनक के दबाव में अथॉरिटी ने अपना ही नोटिस कैंसिल कर दिया था। जनप्रतिनिधि न होते हुए भी सरकारी गनर पाए। पुलिस और अथॉरिटी में अपनी पुरानी शिकायतों को दबवा दिया। इतना ही नहीं, अपनी फॉर्च्यूनर पर ‘उत्तर प्रदेश शासन’ और ‘MLA’ का स्टीकर तक लगवा दिया।