बिहार सरकार ने डीएसपी रंजीत रजक (Bihar government)को किया सस्पेंड
पटना. 67वीं बीपीएससी पेपर लीक कांड में गिरफ्तार डीएसपी रंजीत रजक के खिलाफ बिहार सरकार (Bihar government) ने कड़ा कदम उठाया है. सरकार ने डीएसपी रंजीत रंजीत को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. मंगलवार को गृह विभाग के द्वारा आरोपी डीएसपी के निलंबन की अधिसूचना जारी कर दी गई. बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को डीएसपी रंजीत रजक के खिलाफ कई अहम सबूत मिले थे जिसके बाद बीते 13 जुलाई को ईओयू की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था.
आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी ने डीएसपी रंजीत रजक को तीन दिन की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. आरोपी रंजीत रजक वर्तमान में बिहार स्पेशल आर्म्स पुलिस 14 में तैनात था. ईओयू की एसआईटी के मुताबिक रंजीत रजक को हिरासत में लेने के बाद जब पूछताछ की गई थी तब वो संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया था. बता दें कि पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी शक्ति कुमार की गया से हुई गिरफ्तारी के बाद डीएसपी रंजीत रजक की संदिग्ध भूमिका सामने आई थी. सख्ती से पूछताछ के दौरान डीएसपी के खिलाफ अहम सबूत हाथ लगे थे.
डीएसपी रंजीत रजक से ईओयू के द्वारा जब सवाल-जवाब किया जा रहा था तो वो जांच में सहयोग करने के बजाये इसमें बाधा डालने लगा था. हालांकि उसकी एक न चली और आर्थिक अपराध इकाई ने उसे तीन दिन तक पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया था. ईओयू इस मामले में अब रंजीत रजक के भाई व बहनोंई समेत दूसरे परिजनों और उससे जुड़े लोगों से पूछताछ कर सकती है. पहले से तैयार की गई प्रश्नावली के माध्यम से ईओयू की टीम इनसे पूछताछ कर सकती है.