एक करोड़ से एतिहासिक बिल्डिंग पर होगी फसाड लाइटिंग
कानपुर । 145 साल (Facade Lighting) बाद लाल इमली मिल की इमारत को जगमगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एक वक्त पर ऊन और गरम कपड़े बनाने वाली ये मिल भले ही अंदर से बंद हो। 15 अगस्त से इसकी भी शुरुआत होगी। स्मार्ट सिटी (Facade Lighting) के नोडल अधिकारी एवं अधिशासी अभियंता आरके सिंह ने बताया,”इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।”
मगर इसकी दीवारों पर सितंबर से फसाड लाइटिंग रोशनी बिखेरने लगेगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इसके लिए 1 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ब्रिटिश इंडिया कॉर्पोरेशन यानी BIC ने इसकी इजाजत दे दी है। मगर कई कारणों से मिल अब कई सालों से बंद है। लगभग 150 साल पुरानी इमारत आज भी कानपुर की सबसे आकर्षक विरासत वाली इमारतों में से एक है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्शन लाइटिंग एंड मैपिंग की इस परियोजना पर 5 करोड़ रुपए खर्च कर चुका है। यहां 20 मिनट का शो हर रात को होगा। मॉल रोड पर यह शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहला शो फ्री रहेगा। बाद में इसकी दरें तय होंगी। इसी तरह कोतवाली की ऐतिहासिक इमारत को भी फसाड लाइट से चमकाया गया है।
देश में फसाड लाइट सबसे पहले साल 2018 में दिल्ली में लगाई गई थी। ये खास तरह की लाइट होती है। फसाड लाइट जिस जगह पर लगती है, उसी पर फोकस्ड रहती है। यानी इसकी रोशनी इधर-उधर नहीं बिखरती। इससे इमारत की सुंदरता बढ़ जाती है। मिल के बाद आपको ये भी बता दें कि 15 अगस्त को फूलबाग के गांधी भवन में लेजर लाइट शो का शुभारंभ होने जा रहा है।