स्ट्रगल के दिनों में लोकल ट्रेन के धक्के खाते थे सोनू सूद !

फिल्म दबंग में सलमान खान के पसीने छुड़ा देने वाले छेदी सिंह यानी सोनू सूद ने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई है. सोनू सूद ने बॉलीवुड में बेशक ज्यादातर विलेन का किरदार निभाया लेकिन असल जिंदगी में वह किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं. कोरोना काल में सोनू सूद जरूरत मंदों की हरसंभव मदद करने की कोशिशों में लगे रहे हैं और अब भी यह सिलसिला जारी है. देश में हो या विदेश में सोनू सूद के नाम का परचम लहरा रहा है, आज बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर करोड़ों फैंस उन्हें बधाई दे हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना कर रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें

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पिता के कहने पर की सोनू सूद ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई – बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद का जन्म 30 जुलाई 1973 में पंजाब के मोगा में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. सोनू सूद के पिता कपड़े की दुकान चलाते हैं थे. हर पिता की तरह उनका भी सपना था कि उनका बेटा पढ़ लिखकर कुछ बने. इसलिए उन्होंने सोनू सूद को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए नागपुर भेज दिया, जहां पर सोनू सूद ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
एक साल तक रिजेक्शन झेलते रहे एक्टर – पढ़ाई पूरी करने के बाद सोनू हीरो बनने का सपना देखकर लाखों नौजवानों की तरह 1996 में सपनों की नगरी मुंबई पहुंच गए. 2020 में प्रवासियों के लिए मसीहा बने सोनू का एक लोकल ट्रेन का पास खूब वायरल हुआ था. ये पास 1997 का था जिसके जरिए सोनू कई किलोमीटर का सफर लोकल ट्रेन के धक्के खाते हुए पूरा करते थे, इस पास को खुद सोनू ने भी शेयर किया था.
फिल्मसिटी में घूमते रहे लेकिन नहीं मिला काम – एक इंटरव्यू के दौरान सोनू ने बताया कि वो महज 5500 रुपए लेकर मुंबई पहुंचे थे जो उन्होंने खुद इकट्ठा किए थे. यहां आकर सोनू ने सबसे पहले 400 रुपए फिल्मसिटी पहुंचने में गंवा दिए.
सोनू को लगता था कि अगर वो फिल्मसिटी में घूमते रहेंगे तो किसी ना किसी निर्देशक और प्रोड्यूसर की उन पर नजर पड़ेगी और उन्हें फिल्मों में काम मिल जाएगा, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. 3 लोगों के साथ एक कमरा शेयर करते हुए सोनू गरीबी में गुजारा किया करते थे, उन्हें जब भी ऑडीशन का कॉल आता तो उनके साथ लाइन में 200 से ज्यादा लोग ऑडीशन देने के लिए खड़े होते थे जहां उन्हें सिर्फ रिजेक्शन झेलना पड़ता था.
कोरोना में बने गरीबों के मसीहा – SONU SOOD – सोनू बीते कुछ समय से कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने में मदद करने के चलते चर्चा में आए और तब से सोशल मीडिया पर उन्हें मसीहा के रूप में जाना जाने लगा और अभी भी लोगों की मदद करते रहते हैं, हाल ही में एक्टर अनुपम श्याम की मदद के लिए भी उन्होंने अपना हाथ आगे बढ़ाया था. इसके साथ ही बिहार के एक शख्स ने घर पहुंचने के बाद उनकी मूर्ति बनवाने का ऐलान किया था, लेकिन एक्टर ने मना कर दिया था और कहा था कि जो पैसे मूर्ति बनवाने में लगेंगे उससे किसी गरीब की मदद करें.
पत्नी रहती है कैमरे से दूर – सोनू सूद की पत्नी का नाम सोनाली है, सोनू और सोनाली ने साल 1996 में शादी की थी. इनके दो बेटे भी हैं. जल्द ही दोनों की शादी को 25 साल पूरे होने जा रहे हैं. सोनाली का बॉलीवुड से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है.। शायद यही कारण है कि वो लाइमलाइट से दूर रहना ही पसंद करती हैं. सोनू फैमिली मैन हैं और वह अक्सर अपने बच्चों के साथ समय बिताते हैं.