एक ऐसा देश जहां 121 साल से पटरी पर नहीं फिर भी चलती है trains
अगर आपको किसी ऐसे देश की यात्रा करनी है, जहां पटरी पर नहीं बल्कि उसके नीचे लटककर ट्रेन चलती है, तो जर्मनी चले जाइये. यहां आपको ऐसी ट्रेन में बैठने का मौका मिलेगा जो कि पटरी पर नहीं दौड़ती बल्कि पटरी के नीचे लटककर चलती है. इस ट्रेन में सफर करने का अपना ही रोमांच है. अगर आप एडवेंचर्स पसंद हैं, तो एक बार इस ट्रेन में जरूर बैठिये. यकीन मानिये इस ट्रेन को देखकर आप भारत में पटरी पर दौड़ने वाली ट्रेनों को भूल जाएंगे.
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यह हैंगिंग ट्रेन देखने में भी बेहद खूबसूरत लगती है.
यह हैंगिंग ट्रेन करीब 13.3 किलोमीटर की दूरी में चलती है. इस दौरान ट्रेन 20 स्टेशन पर रुकती है. इसे दुनिया की सबसे पुरानी मोनो रेल भी कहते हैं. जर्मनी के वुप्पर्टल में चलने वाली यह हैंगिंग ट्रेन साल 1901 में शुरू हुई थी. यह जर्मनी का काफी पुराना शहर है और यहां ट्रेन चलाने के लिए जब जगह नहीं बची थी तो हैंगिंग ट्रेन चलाने का आइडिया आया.
इस ट्रेन में रोजाना हजारों की संख्या में पैसेंजर ट्रैवल करते हैं. हालांकि इस हैंगिंग ट्रेन से एक बार हादसा भी हो गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हैंगिंग ट्रेन साल 1999 में वुप्पर नदी में गिर गई थी जिसमें 5 यात्रियों की मौत हो गई थी. बिजली से चलने वाली यह ट्रेन करीब 39 फीट की ऊंचाई पर चलती है. इस ट्रेन में बैठकर आपको ऐसा महसूस होगा कि आप उल्टा लटककर यात्रा कर रहे हैं.
यह मोनोरेल नदी और झरनों को पार करते हुए जाती है. अगर आपको भी इस ट्रेन में बैठकर एडवेंचर का आनंद लेना है, तो आप भी जर्मनी के इस शहर की यात्रा कर सकते हैं.