दक्षिण अफ्रीका के मिनी-आईपीएल में एमआई-सीएसके ने 250 करोड़ से ज्यादा की बोली लगाई

नईदिल्ली। दक्षिण अफ्रीका की आगामी टी20 लीग को प्रभावी तौर पर मिनी-आईपीएल माना जा रहा है क्योंकि भारत की मशहूर इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी ने क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की इस लीग की टीम नीलामी में जीत हासिल की है. बोली बुधवार (13 जुलाई) को 29 रुचि की अभिव्यक्तियों के साथ बंद हुई, लेकिन माना जाता है कि फ्रेंचाइजी नीलामी में आईपीएल टीमों का निवेश सबसे ज्यादा रहा.
रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई इंडियंस के मुकेश अंबानी, चेन्नई सुपर किंग्स के एन श्रीनिवासन, दिल्ली कैपिटल्स के पार्थ जिंदल, सनराइजर्स हैदराबाद के मारन, लखनऊ सुपर जायंट्स के संजीव गोयनका और राजस्थान रॉयल्स के मनोज बडाले ने फ्रेंचाइजी मालिकों ने सीएसके की टी20 लीग में छह फ्रेंचाइजी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है.
एमआई और सीएसके ने सबसे बड़ी वित्तीय बोली लगाई, जो आईएनआर 250 करोड़ के करीब है. आईपीएल मॉडल के अनुसार, हर फ्रेंचाइजी को 10 साल के लिए फ्रैंचाइज़ी शुल्क का 10 प्रतिशत भरना होगा.
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हालांकि सीएसए का कहना है कि फ्रेंचाइजी के चयन की घोषणा महीने के अंत में ही की जाएगी, माना जा रहा है कि आईपीएल टीम के निवेशकों को उनकी सफल बोलियों के बारे में सूचित कर दिया गया है और फिर उनसे शहरों के उनके पसंदीदा विकल्प पूछे जाएंगे. लगभग सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों ने दक्षिण अफ्रीका लीग के अपनी पसंदीदा टीमें चुन रखी हैं.
मुंबई इंडियंस केप टाउन में अपनी टीम बनाने के लिए तैयार है. वहीं चेन्नई सुपर किंग्स को जोहान्सबर्ग में स्थित फ्रेंचाइजी दिए जाने की संभावना है, जबकि दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक जिंदल की टीम प्रिटोरिया में सेंचुरियन में होगी. इसे प्रिटोरिया कैपिटल्स कहा जाएगा.
माना जाता है कि संजीव गोयनका, जिन्होंने पिछले साल आईपीएल की लखनऊ फ्रैंचाइज़ी खरीदी की थी उनकी दिलचस्पी डरबन फ्रैंचाइज़ी में है. बाकी दो शहरों में से सनराइजर्स हैदराबाद की टीम पोर्ट एलिजाबेथ में हो सकती है जबकि रॉयल्स के पास पार्ल को अपना घरेलू मैदान बनाने की उम्मीद है.
आईपीएल टीम मालिकों के अलावा कुछ गैर-भारतीय निवेशकों ने भी इस लीग में बोली लगाई है, जिसमें केविन पीटरसन के नेतृत्व वाला संघ भी शामिल है. लेकिन उनमें से कोई भी जाहिर तौर पर आईपीएल मालिकों की वित्तीय बोलियों की बराबरी नहीं कर सका.