भीड़ ने एक मंदिर, दुकानों और हिंदू समुदाय ( Hindu community.)के कई घरों में तोड़फोड़ की.

ढाका. पिछले सप्ताह एक फेसबुक पोस्ट को लेकर दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और मंदिर पर हुए हमले में शामिल रहने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी. हिंदू लड़के द्वारा फेसबुक पर कुछ कथित आपत्तिजनक सामग्री डालने के बाद मुसलमानों में गुस्सा फूट पड़ा और नरैल के लोहागरा उपजिला के दिघलिया बाज़ार इलाके में शुक्रवार को भीड़ ने एक मंदिर, दुकानों और हिंदू समुदाय ( Hindu community.) के कई घरों में तोड़फोड़ की. सोमवार को एक स्थानीय अदालत ने संदिग्धों को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. मामले के जांच अधिकारी मिजानुर रहमान ने आरोपियों को अदालत में पेश किया और सात दिन के रिमांड पर अपील करने के बाद वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद मोरशेदुल आलम ने यह आदेश पारित किया.
संदिग्धों की पहचान मासूम बिल्ला (32), मोहम्मद सैयद शेख (25), रेजौल शेख (40), रसल मृधा (38) और कबीर गाजी (40) के रूप में हुई है. फेसबुक पोस्टको लेकर शनिवार रात कॉलेज के छात्र आकाश साहा (20) को हिरासत में लिया गया था. बता दें कि फेसबुक पर किये गये एक पोस्ट में इस्लाम के कथित अपमान को लेकर बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में हिंदू समुदाय के एक मंदिर, दुकानों और कई घरों में तोड़फोड़ की गई. रविवार को मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई. ऑनलाइन समाचार पत्र ‘बीडीन्यूज24.कॉम’ ने स्थानीय थाने के निरीक्षक हरन चंद्र पॉल के हवाले से खबर दी कि शुक्रवार शाम को नारेल जिले के सहपारा गांव में अज्ञात लोगों ने कई घरों में तोड़फोड़ की और एक मकान को आग लगा दी.
हमलावरों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाई. उन्होंने कहा कि हमलावरों ने शाम करीब साढ़े सात बजे हमले के दौरान गांव के एक मंदिर पर ईंटें भी फेंकीं. उन्होंने मंदिर के अंदर के फर्नीचर को भी तोड़ दिया. ‘द डेली स्टार’ समाचार पत्र ने अपनी खबर में बताया कि कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई. हरन ने कहा कि एक युवक ने फेसबुक पर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग आक्रोशित हो गये. पुलिस ने युवक की तलाश की, लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसके पिता को थाने ले गई.
उन्होंने कहा कि फेसबुक पोस्ट को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद तनाव बढ़ गया और मुस्लिम समुदाय के लोगों के एक समूह ने दोपहर में विरोध प्रदर्शन किया. बाद में उन्होंने घरों पर हमला कर दिया. पिछले साल, बांग्लादेश में कुछ हिंदू मंदिरों में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान अज्ञात मुस्लिम कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद सरकार को 22 जिलों में अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा था. इस दौरान हुए दंगों में चार लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे.