
बुलेट ट्रेन : देश की पहली बुलेट ट्रेन (first bullet train ) मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी. इसको लेकर तैयारियां भी तेजी से चल रही हैं. देश के लोग भी बुलेट ट्रेन के चलने का इंतजार लंबे समय से कर रहे हैं. इस बीच सबके मन में यही सवाल आता है कि आखिर बुलेट ट्रेन का सफर कितना महंगा होगा? इसका किराया कितना होगा आदि. यदि आपका सवाल भी कुछ ऐसा ही है तो इसका जवाब एक कार्यक्रम के दौरान खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया है.
यात्रियों की सुविधाओं पर काम कर रही सरकार
एक कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बुलेट ट्रेन का संचालन साल 2026 से शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार यात्रियों की सुविधाओं पर लगातार काम कर रही है. सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं. कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन के किराये को लेकर भी इशारा दिया था. उन्होंने कहा था किराये पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है. लेकिन यह लोगों की पहुंच में ही होगा.
फर्स्ट एसी बनेगी बुलेट ट्रेन के किराये का आधार
उन्होंने यह भी बताया कि बुलेट ट्रेन के किराये के लिए फर्स्ट एसी को आधार बनाया जा रहा है, जो बहुत ज्यादा नहीं है. इससे यह अंदाजा साफ है कि बुलेट ट्रेन का किराया फर्स्ट एसी के बराबर होगा. रेल मंत्री ने बताया कि बुलेट ट्रेन का किराया फ्लाइट से कम होगा और इसमें सुविधाएं भी अच्छी मिलेंगी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ही किराये पर फाइल डिसीजन होगा. मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ही दूसरी हाईस्पीड रेल परियोजना शुरू की जाएगी.
रेल मंत्री ने खुद लिया प्रोजेक्ट का जायजा
रेल मंत्री अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति का जायजा लेने के लिए सूरत भी गए थे. उन्होंने कहा था सरकार ने सूरत और बिलिमोरा के बीच 2026 में पहली बुलेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य रखा है. इसमें अच्छी प्रगति हो रही है और हमें विश्वास है कि तब तक हम ट्रेन चलाने का काम पूरा कर लेंगे.
मुंबई और अहमदाबाद के बीच 320 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है. दोनों शहरों के बीच कुल 508 किमी की दूरी है और इसमें 12 स्टेशन होंगे. इस ट्रेन से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर तीन घंटे रह जाएगा. अभी इसमें छह घंटे का समय लगता है. इस प्रोजेक्ट की कुल अनुमानित लागत 1.1 लाख करोड़ रुपये है.