उदयपुर में हुये टेलर कन्हैयालाल की वीभत्स हत्या(horrific murder)

उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हुई वीभत्स हत्या (horrific murder) के बाद पैदा हुआ तनाव अभी बना हुआ है. हालांकि हत्या के दोनों आरोपियों रियाज अंसारी ओर मोहम्मद गौस को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है. पुलिस और प्रशासन ने प्रदेशभर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं. प्रदेशभर में धारा-144 लागू है. वहीं इंटरनेट पर भी पाबंदी लगी हुई है. उदयपुर में कर्फ्यू लगा हुआ है. वहां वहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. शहर की हर गतिविधि पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी कड़ी नजर रखे हुये हैं. राजधानी जयपुर में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं.
कन्हैयालाल की हत्या के बाद उपजे आक्रोश को शांत करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये गये हैं. सीएम अशोक गहलोत और कई धर्म गुरुओं ने शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की है. दूसरी तरफ कन्हैयालाल के शव का पोस्टमार्स्टम हो गया है. इसके लिये सुबह से पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारी अस्पताल में डेरा डाले हुये थे. अस्पताल के आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
पुलिस के बड़े अधिकारी गश्त कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं
कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में डूंगरपुर में बंद का आह्वान किया गया है. इसको लेकर भी पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. प्रदेश के सभी जिलों में किसी भी अप्रिय गतिविधि को रोकने के लिये पुलिस के बड़े अधिकारी गश्त कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. राजधानी जयपुर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये हुये हैं. यहां सभी थानाप्रभारियों को आगामी आदेश तक थाना नहीं छोड़ने के आदेश जारी किये गये है.
गहलोत स्वयं भी पूरे मामले में नजर बनाये हुये हैं
सीएम अशोक गहलोत स्वयं भी पूरे मामले में नजर बनाये हुये हैं. वे लगातार अधिकारियों से मामले का फीडबैक ले रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर घटना की कड़ी निंदा की है. दूसरी तरफ विपक्ष इस घटना को लेकर आक्रोशित हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इस घटना को राज्य सरकार का फेल्योर बताया है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट समेत कई नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है.
उदयपुर में नृशंस हत्या के शिकार हुये कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार यात्रा में जनसैलाब उमड़ा. सुबह कन्हैयालाल के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके घर लाया गया. वहां से धार्मिक क्रियायें पूरी करने के बाद जब अंतिम यात्रा शुरू हुई तो हजारों लोगों की भारी भीड़ उसमें उमड़ी. भीड़ को काबू करने के लिये पुलिसकर्मियों की सांसें फूल गई. भीड़ के आक्रोश को देखते हुये पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी उनकी हर गतिविधि पर नजर रखे हुये हैं. कन्हैयालाल की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में दुपहिया वाहनों पर भी लोग सवार नजर आये.