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पृथ्वी-2 मिसाइल रात ( night)में भी कर सकता है हमला

नई दिल्ली. भारत ने बुधवार को ओडिशा के एक एकीकृत परीक्षण केंद्र से कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का सफल परीक्षण किया है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पृथ्वी-2 मिसाइल का परीक्षण शाम करीब साढ़े सात बजे किया गया. मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण के दौरान मिसाइल ने सभी तय परिचालन और तकनीकी मानकों को पूरा किया. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, ‘ओडिशा के चांदीपुर स्थित एक एकीकृत परीक्षण केंद्र से कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का 15 जून को शाम करीब साढ़े सात बजे सफल परीक्षण किया गया.
मंत्रालय के अनुसार, पृथ्वी-2 मिसाइल प्रणाली बेहद कामयाब मानी जाती है और बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ निर्धारित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है.

रात( night)  में भी दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर सकता है
खास बात यह है कि यह मिसाइल परमाणु हथियार को भी ले जाने में सक्षम है और इससे दुश्मन पर रात में भी वार किया जा सकता है. इस मिसाइल का परीक्षण सतह से सतह पर मार करने के लिए किया गया है. पृथ्वी 2 की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है. इसे मोबाइल लॉन्चर से दागा जा सकता है. इससे पहले 2018 में 21 फरवरी को पृथ्वी 2 मिसाइल का रात के समय में परीक्षण किया गया था. इसके बाद 2019 में 20 नवंबर को पृथ्वी 2 का लगातार दो परीक्षण किया गया था. ये सभी परीक्षण चांदीपुर के इसी रेंज से किए गए थे और रात में किए गए थे.

एक हजार किलोग्राम तक हथियार ले जाने में सक्षम
पृथ्वी 2 मिसाइल से 500 से 1000 किलोग्राम तक हथियार को ले जाया जा सकता है और यह दो इंजनों वाला तरल प्रणोदक से संचालित होता है. अधिकारियों ने बताया कि अत्याधुनिक मिसाइल अपने लक्ष्य को भेदने के लिए इनरशियल गाइडेंस सिस्टम का इस्तेमाल करती है. इस मिसाइल का परीक्षण सेना के स्ट्रेटजिक फोर्स कमांड की देखरेख में की जाती है. इसकी निगरानी डीआरडीओ के वैज्ञानिक करते हैं. सूत्रों के मुताबिक मिसाइल के प्रक्षेप पथ को रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री स्टेशनों द्वारा डीआरडीओ के ओडिशा तट से ट्रैक किया गया था.

 

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