भारतीय रेलवे पिछले लगातार 21 महीनों से सर्वश्रेष्ठ माल ढुलाई
भारतीय रेलवे ने माल लदान में पिछले वर्ष की रफ्तार को वर्ष 2022-2023 में भी आगे बढाया है और मई, 2022 में 131.6 एमटी का अब तक का सबसे अच्छा मासिक मालभाड़ा लदान दर्ज किया है । मई के महीने में इंक्रीमेंटल लोडिंग 16.89 एमटी रही है यानी 2021 के मई के पिछले श्रेष्ठ आंकड़ों में 14.7% की वृद्धि दर्ज की गयी है ।
इसके साथ ही भारतीय रेलवे पिछले लगातार 21 महीनों से सर्वश्रेष्ठ माल ढुलाई दर्ज कर रहा है ।
इस वृद्धि को कोयले में 10.7 एमटी के इंक्रीमेंटल लदान, 2.8 एमटी का सीमेंट और क्लिंकर लदान और खाद्यान्न में 1.5 एमटी और शेष अन्य सामग्री में 1.4 एमटी लदान के साथ और बेहतर किया गया है । इस्पात संयंत्रों (लौह अयस्क सहित) और तैयार इस्पात के लिए कच्चे माल को छोडकर सभी वस्तुओं ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर्ज की है ।
वर्ष के पहले 2 महीनों में संचयी माल ढुलाई 253.9 एमटी रही है जोकि वर्ष 2021-2022 में 226.5 एमटी अर्जित की गयी थी । इस प्रकार पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 27.4 एमटी लदान के साथ 12% की वृद्धि दर्ज की गयी है ।
मालभाड़ा एनटीकेएम मई 2021 में 65.3 बिलियन रहा था जोकि मई, 2022 में 21% बढ़कर 79.1 बिलियन हो गया है । इसका कारण यह है कि मालभाडा लदान में वृद्धि के साथ-साथ फ्रेट लीड भी बढ़ा है । यह मई 2021 में 569 किलोमीटर था जोकि मई 2022 में 5.5% की वृद्धि के साथ 600 किलोमीटर हो गया है । वर्ष 2021-22 के पहले 2 महीनों में संचयी एनटीकेएम 128 बिलियन था जोकि वर्ष 2022-23 में 19% की वृद्धि के साथ 153 बिलियन हो गया है ।
विद्युत और कोयला मंत्रालय के साथ करीबी समन्वय में बिजली घरों को कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के लिए भारतीय रेल के निरन्तर प्रयासों से मई के महीने में माल ढुलाई का प्रदर्शन बेहतर रहा है । मई माह में बिजली घरों (घरेलू और आयातित) को कोयले की आपूर्ति में 11 एमटी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी । पिछले वर्ष बिजली घरों को आपूर्ति किए गए 41.01 एमटी कोयले की तुलना में इस बार 28% की वृद्धि के साथ 52.4 एमटी कोयले की आपूर्ति की गयी । वर्ष के पहले 2 महीनों में भारतीय रेलवे ने बिजली घरों को पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 24% अधिक अर्थात् 18 एमटी से अधिक कोयले की आपूर्ति की बिजली घरों के लिए प्रतिदिन लदान किए गए कोयले के रैकों की संख्या के संदर्भ में भारतीय रेल ने घरेलु कोयले के 421 से अधिक रैक और आयतित कोयले के 22 से अधिक रैक लम्बी दूरी पर दैनिक आधार पर पहुँचाए । जोकि थर्मल कोयले के 521 किलोमीटर से बढ़कर 560 किलोमीटर के बढ़े हुए लोड में दिखाई देता है ।
इन निरंतर प्रयासों से बिजली घरों में कोयले के स्टॉक को कम करने की प्रवृत्ति बदली है और बिजली घरों में कोयले के स्टॉक में नियमित रूप से सुधार होना शुरू हो गया है।
मदवार वृद्धि दर्शाती है कि भारतीय रेल ने निम्निलिखित वृद्धि के साथ लगभग सभी मद खंडों में शानदार वृद्धि दर्ज की है:-
मद
वैरिएशन (एमटी)
वैरिएशन %
कोयला
10.76
19.74
सीमेंट और क्लिंकर
2.79
29.18
खादयान्न
1.56
27.77
उर्वरक
0.68
18.51
पीओएल
0.82
25.8
कंटेनर
0.57
9.68
शेष अन्य सामग्रियां
1.39
14.4
कुल
16.89
14.7