“मैं उनके साथ नहीं करूंगा काम ” – Prashant Kishor
नयी दिल्ली – चुनावी रणनीतिकार Prashant Kishor ने ग्रैंड ओल्ड पार्टी पर एक बार फिर से निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड खराब कर दिया है। दरअसल, Prashant Kishor ने कुछ वक्त पहले सक्रिय राजनीति में उतरने के संकेत दिए थे। जिसको लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई थी। इसी बीच Prashant Kishor ने वैशाली में कहा कि मैं उनके (कांग्रेस) के साथ काम नहीं करूंगा।
कांग्रेस ने खराब किया ट्रैक रिकॉर्ड
चुनावी रणनीतिकार Prashant Kishor ने वैशाली में कहा कि 2011-2021 तक मैं 11 चुनावों से जुड़ा रहा, केवल एक चुनाव हार गया जो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ था। तब से मैंने फैसला किया कि मैं उनके (कांग्रेस) साथ काम नहीं करूंगा क्योंकि उन्होंने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड खराब कर दिया है।
उन्होंने बताया कि 2015 में बिहार में महागठबंधन का चुनाव कराया। 2017 में पंजाब का चुनाव जीते। 2019 में जगनमोहन रेड्डी के साथ आंध्र प्रदेश में चुनाव जीते। 2020 में अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली जीते। 2021 में तमिलनाडु और बंगाल जीते। लेकिन 2017 में एक चुनाव उत्तर प्रदेश हार गए। इसीलिए तय कर लिया कि कांग्रेस के साथ काम नहीं करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो सुधरती नहीं है। कांग्रेस के लिए हमारा बहुत सम्मान है, लेकिन अभी के लिए कांग्रेस की जो व्यवस्था है वो ऐसी है जो खुद तो डूबेगी ही हमको भी डुबा देगी। हम 11 चुनावों से जुड़े रहे हैं और एक ही चुनाव उत्तर प्रदेश में हारे हैं। इसीलिए उसके बात तय किया कि कभी भी कांग्रेस के साथ काम नहीं करेंगे।
इससे पहले उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनावी हार का सामना करने वाली है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी गुजरात और हिमाचल प्रदेश में ‘आसन्न चुनावी हार’ का सामना कर रही है। उन्होंने ट्वीट किया था कि मुझसे उदयपुर चिंतन शिविर के नतीजे पर टिप्पणी करने के लिए बार-बार कहा गया है… मेरे विचार से, यह यथास्थिति को और लंबा खींचने तथा कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक चीज हासिल कर पाने में नाकाम रहा, कम से कम गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आसन्न चुनावी हार तक!