JNU छात्रों के लिए अच्छी खबर
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) शोध को बढ़ावा देने के लिए नए केंद्र एवं चेयर शुरू करेगा। इसके लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। जेएनयू प्रशासन ने बताया कि डा. भीमराव अंबेडकर चेयर एवं केंद्र शुरू हो चुका है। विगत दिनों मंगोलिया विवि के साथ भी समझौता ज्ञापन को लेकर लंबी बातचीत हुई। दोनों संस्थान मंगोल भाषा में शोध को लेकर एक चेयर शुरू करने को लेकर संभावना तलाश रहे हैं। जेएनयू बहुत जल्द कोरिया नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी के साथ भी करार करने वाला है।
अब 8 टीमों के बीच होगी IPL की जंग, 2 टीमें हुई बाहर
डिफेंस यूनिवर्सिटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में जेएनयू की कुलपति प्रो. शांतिश्री पंडित से मुलाकात भी की थी। कोरियाई विवि, जेएनयू के स्पेशल सेंटर फार नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज के साथ मिलकर संयुक्त शोध का पक्षधर है। रूस के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों व शोधार्थियों का प्रतिनिधिमंडल भी जेएनयू कुलपति से मिला। रूसी दूतावास के अधिकारी भी इस दौरे का हिस्सा बने। जेएनयू प्रशासन ने बताया कि बहुत जल्द केंद्र शुरू किए जाएंगे।
17 मई से होगा दस्तावेजों का सत्यापन-
जेएनयू प्रशासन ने बताया कि 2021-22 में दाखिला लेने वाले छात्रों के दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। 17 मई से 10 जून तक सत्यापन होगा। सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक कन्वेंशन सेंटर में सत्यापन होंगे। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जेएनयू ने छात्रों से कोरोना प्रोटोकाल के पालन की गुजारिश की है।
सरिता माली से मिलीं कुलपति प्रो. शांतिश्री पंडित-
जेएनयू की कुलपति प्रो. शांतिश्री पंडित ने शोधार्थी सरिता माली से अपने कार्यालय में मुलाकात की। कुलपति ने कहा कि यह सरकार की ओर से जेएनयू में किए गए निवेश का प्रतिफल है। सरिता माली ने 2014 में हिंदूी साहित्य में स्नातकोत्तर करने के लिए जेएनयू में दाखिला लिया था। यहीं से एमफिल और पीएचडी की।
28 साल की सरिता को अमेरिका के दो विश्वविद्यालयों यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया और यूनिवर्सिटी आफ वा¨शगटन ने फेलोशिप आफर किया है। उन्होंने यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया को वरीयता दी है। अमेरिकी विवि ने उनकी मेरिट और अकादमिक रिकार्ड के आधार पर वहां की सबसे प्रतिष्ठित फेलोशिप में से एक ‘चांसलर फेलोशिप’ दी है।