केदारनाथ में भारी भीड़ उमड़ी (Huge crowd)

देहरादून. चार धाम यात्रा में दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और सबसे ज्यादा भीड़ केदारनाथ धाम में उमड़ी है. भीड़ (Huge crowd) को देखते हुए पर्यटन व्यवसायी खुश हैं, लेकिन इस सबके बीच कुछ लोग श्रद्धालुओं का शोषण भी जमकर हो रहा है और उनसे मुंहमांगा किराया वसूला जा रहा है. धाम की क्षमता से कहीं ज़्यादा श्रद्धालुओं को एंट्री दिए जाने से हालात ये हो गए हैं कि यहां के होटलों और धर्मशालाओं में कीमतें बेतहाशा बढ़ाई जा रही हैं. मुनाफ़ाखोरी के चलते अब दूरदराज से आए लोग रात भी आसमान के नीचे गुज़ारने को मजबूर हैं.
केदारनाथ धाम में हर दिन हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. होटल, लॉज और धर्मशालाओं के स्वामी श्रद्धालुओं की मजबूरियों का जमकर फायदा इस तरह उठा रहे हैं कि जिस रूम का एक रात का भाड़ा 500 से 1000 रुपये है, उसके लिए 5000 से 20,000 रुपये तक वसूल किए जा रहे हैं. हरियाणा से परिवार के साथ पहुंचे सुरेश का कहना है कि उनको बड़ी मुश्किल से केदारनाथ धाम में रुकने के लिए एक रूम मिला, जिसका एक रात का भाड़ा उन्हें 10,000 रुपये देना पड़ा.
मुनाफ़ाखोरी के शिकार श्रद्धालुओं के बयान
ऐसे श्रद्धालु कम नहीं, दिल्ली से केदारनाथ अपने 6 दोस्तों के साथ पहुंचे अजय का कहना है कि उन्होंने दिल्ली से निकलने से पहले केदारनाथ में होटल में बात की थी. प्रति व्यक्ति 1000 रुपये में बात तय हुई थी, लेकिन धाम में पहुंचने पर होटल मालिक ने उनसे 15,000 रुपये मांगे! और न देने पर कमरा खाली करने की बात कही.
राजस्थान के अजमेर से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ धाम में पहुंचे सुरेन्द्र कावरिया का कहना है कि उन्होंने कई होटल तलाशे. एक कमरे के 20,000 रुपये तक मांगे गए लेकिन उनके पास इतनी रकम का इंतज़ाम नहीं है इसलिए वह परिवार के साथ खुले आसमान के नीचे ही रात गुज़ार रहे हैं.
इस मामले में पर्यटन विभाग के निदेशक पूनम चंद का कहना है कि सभी होटलों और धर्मशालाओं के लिए रेट लिस्ट जारी की गई है. यदि तय रेट लिस्ट से ज़्यादा कोई मुनाफ़ाखोरी कर रहा है, तो ज़िम्मेदारी अब ज़िला प्रशासन की है क्योंकि धाम में मुनाफ़ाखोरी पर नियंत्रण प्रशासन का अधिकार क्षेत्र है.