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यूक्रेन के राष्ट्रपति ने की पीएम मोदी से बात, जाने क्या खबर

कीव/मास्को। रूस की सेना यूक्रेन पर हमलों की रफ्तार तेज करते हुए जल्द ही कीव पर कब्जा कर सकती है। पिछले तीन दिनों में रूसी सेना ने यूक्रेन पर चार तरफ से हमला कर उसकी सेना को पीछे हटने पर मजबूर किया है। हालांकि, राजधानी कीव अभी तक रूसी सेना के कब्जे से दूर रही थी। अब खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने चिंता जताई है कि कीव पर रूसी सेना के कब्जे का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की रात हमारे लिए सबसे कठिन होने वाली है, लेकिन हमें खड़े रहना होगा।

बताया गया है कि जेलेंस्की को अमेरिका की तरफ से यूक्रेन छोड़ने का प्रस्ताव मिला था।

लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि पीएम मोदी को रूस की आक्रामकता को लेकर यूक्रेन के रुख की जानकारी दी। एक लाख से अधिक रूसी आक्रमणकारी हमारे देश में हैं। वो आवासीय भवनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर रहे हैं। हमने भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में समर्थन देने का अनुरोध किया है।

क्रेमलिन ने दावा किया है

कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को यूक्रेन में अपने हमले को रोकने का आदेश दिया था और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बातचीत की उम्मीद की थी। लेकिन ऐसा नहीं होने पर उन्हें हमसा जारी रखने के लिए कहा गया है। रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्की पेस्कोव ने कहा कि यूक्रेनी नेतृत्व की ओर से बातचीत से इनकार करने के बाद शनिवार दोपहर को आपरेशन फिर से शुरू किया गया। नाटो के पूर्वी हिस्से को मजबूत करने के लिए ब्रिटिश सेनाएं पूर्वी यूरोप में पहुंच गई हैं।

यूएनएससी में समर्थन देने का किया अनुरोध

रायल नेवी के जहाजों, ब्रिटिश सेना के सैनिकों और रायल एयर फोर्स के लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया है। अपने बाल्टिक पड़ोसी एस्तोनिया और लात्विया के बाद अब लिथुआनिया ने भी रूस के विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे पहले पोलैंड, यूके, चेक गणराज्य और बुल्गारिया भी रूस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर चुके हैं। यूक्रेन की ओर से रूस को स्विफ्ट से बाहर करने की मांग का अब हंगरी ने भी समर्थन किया है। पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविएकि ने अपने हंगरी के समकक्ष से बात करने के बाद यह जानकारी साझा की।

बुल्गारिया, पोलैंड और चेक गणराज्य ने रूस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का एलान किया था।

अब इसके जवाब में रूस ने भी इन देशों की एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। रूस के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा कि उन्हें हमारे क्षेत्र में उड़ान भरने से रोका जाएगा। यूके की मुख्य विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी के सांसद डेविड लैमी ने कहा है कि रूस के राजदूत आंद्रे क्रेलिन को निकाल देना चाहिए।

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उन्होंने कहा कि रूस के राजदूत पुतिन प्रशासन के तोते की तरह काम कर रहे हैं, जिसके चलते यूक्रेन के खिलाफ अवैध युद्ध चलाया जा रहा है। युद्ध ग्रस्त देश यूक्रेन से सरकारी चार्टर्ड उड़ानों के जरिए भारत लौटने वाले लोगों की एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन अगवानी करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि गोयल मुंबई एयरपोर्ट पर लोगों को रिसीव करेंगे वहीं, मुरलीधरन यह काम नई दिल्ली एयरपोर्ट पर करेंगे।

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