बीएसएफ ने मेघालय के पश्चिमी गारो पहाडिय़ों में लगाया चिकित्सा शिविर

नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल ने नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम के तहत मेघालय के पश्चिम गारो पहाडिय़ों में अपनी डालू सीमा चौकी पर एक मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। शिविर का आयोजन नुकमास गांव और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए मुफ्त चिकित्सा और आंखों की जांच के लिए किया गया था।
350 से अधिक ग्रामीणों की चिकित्सकीय जांच की गई और आंखों के मोतियाबिंद के लिए जांच सहित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। चिकित्सकों की एक टीम ने आगंतुकों की जांच की और सीमावर्ती क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों को मुफ्त दवाएं वितरित की गईं। स्थानीय ग्रामीणों ने बीएसएफ द्वारा दिखाए गए मानवीय भाव के लिए खुशी और आभार व्यक्त किया।
रेलवे के जोनल महाप्रबंधकों के साथ रेलमंत्री ने की बैठक
बीएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम के माध्यम से जिला मुख्यालय से दूर स्थित गांवों के निवासियों को मुफ्त चिकित्सा जांच और दवा मिलती है, जबकि सीमावर्ती इलाकों में सैनिकों को मानव बुद्धि विकसित करने में भी मदद मिलती है।
अधिकारियों ने कहा कि चूंकि मेघालय बांग्लादेश की सीमा में है और नशीले पदार्थों और मवेशियों की तस्करी बहुत अधिक है, इस प्रकार के चिकित्सा शिविरों से सुरक्षा बलों को तस्करों और तस्करों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है।
चिकित्सा शिविर का उद्घाटन बीएसएफ के तुरा सेक्टर के डीआईजी तुरा आलोक कुमार सिंह और कमांडेंट, 100 बटालियन अजय कुमार तिवारी ने किया, जबकि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ बीएसएफ और तुरा सिविल अस्पताल से थे।