कबाड़ से ,कमाये 205 , करोड़ किसने किया ये कमाल !!
जयपुर – उत्तर पश्चिम रेलवे ने एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए इस साल सिर्फ कबाड़ बेचकर 205 करोड़ 34 लाख रुपये की कमाई की है. देश के सभी रेलवे जोन अपने-अपने मंडल में जमा कबाड़ की हर साल नीलामी कर उसे आय का जरिया बनाते हैं. इसी के तहत NWR ने इस साल अपना ही पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए साढ़े तीन करोड़ रुपये ज्यादा कमाए हैं. पिछले साल NWR की स्क्रैप से 202 करोड़ रुपये की आय की थी. रेलवे ने आने वाले साल में इस आय को बढ़ाने के लिए कबाड़ के जरिये 230 करोड़ रुपये कमाने का लक्ष्य रखा है. NWR ने इस साल भी स्क्रैप से रिकॉर्ड कमाई की है. उत्तर पश्चिम रेलवे ने अपने चारों मंडल जोधपुर, बीकानेर, जयपुर और अजमेर के तहत आने वाले लगभग 545 रेलवे स्टेशनों पर काम में ना आने वाले कबाड़ की नीलामी की और 205 करोड़ 34 लाख रुपये की आय अर्जित की. रेल परिसरों में अनुपयोगी और व्यर्थ पड़े कबाड़ (स्क्रैप) के निस्तारण करने के लिये NWR कई स्तर पर काम कर रहा है.
गत वर्ष 202 करोड़ रुपये कमाये थे – इस कबाड़ के हटने से सुरक्षा में वृद्धि होने के साथ-साथ परिसरों में स्वच्छता को भी सुनिश्चित किया जा रहा है. उत्तर पश्चिम रेलवे ने गत वर्ष भी जनवरी माह तक स्क्रैप निस्तारण से 202 करोड़ रुपये की रिकार्ड आय अर्जित की थी. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार भंडार विभाग की ओर से फील्ड यूनिट्स से पुराने कबाड़ को हटाने और बेचने के लिए अभियान के तहत कार्य किया जा रहा है.
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इस बार 230 करोड़ रुपये की आय अर्जित करने का है लक्ष्य – भंडार विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष में जनवरी माह तक उत्तर पश्चिम रेलवे पर 205.34 करोड़ रुपये के कबाड़ (स्क्रैप) का निस्तारण कर प्राप्त किया गया राजस्व गत वर्ष की इसी अवधि के 202 करोड़ की तुलना में अधिक है. उत्तर पश्चिम रेलवे को इस वर्ष कबाड़ (स्क्रैप) निस्तारण से 230 करोड़ रुपये की आय अर्जित करने का लक्ष्य दिया किया गया है. स्वच्छता और सुरक्षा में हुई वृद्धि रेलवे के इन प्रयासों से जहां रेलवे परिसर की स्वच्छता में वृद्धि हुई है, वहीं दूसरी ओर रेलवे की सुरक्षा में भी वृद्धि हुई है. उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से वर्ष 2021-22 के अंत तक जीरो स्क्रैप का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.