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दिमाग की नसों में कमजोरी क्यों

नई दिल्ली: इंसान के शरीर में सभी हिस्से जरूरी होते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है उसका दिमाग. क्योंकि इसके जरिए ही पूरा शरीर कमांड लेता है और कार्य करता है. ऐसे में दिमाग को स्वास्थ्य करना बेहद जरूरी है. बता दें कि दिमाग तमाम नसों से जुड़ा होता है और इसमें आने वाली थोड़ी सी भी गड़बड़ी पूरे शरीर के कामकाज को प्रभावित कर सकती है. क्योंकि कई बार शरीर के कुछ नसों में कमजोरी आ जाती है और ये परेशान करने लगती है. नसों की कमजोरी के कई कारण होते हैं. तो चलिए जानते हैं कि दिमाग की नसों में कमजोरी क्यों आती है और इसको स्वास्थ्य रखने के लिए क्या करना चाहिए.

दिमाग में चोट लगने से, शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी से और नसों पर दबाव पड़ने से भी दिमाग में दर्द होता है. इसके साथ ही कई बार इंफेक्शन के कारण और कुछ दवाइयां की वजह से भी दिमाग की नसों में कमजोरी आ जाती है. इसके अलावा कई बार अन्य कारणों से भी दिमाग की नसों में कमजोरी आती है.दरअसल, दिमाग में कमजोरी होने पर तमाम कोशिकाओं में ऑक्सीजन सही से नहीं पहुंच पाता है. इसके साथ ही कई बार दिमाग के किसी खास हिस्से में जाने वाली नसों में खून जम जाने के कारण भी अचानक से तेज सिर दर्द हो सकता है. वही अगर आपके शरीर में झुनझुनी होती है तो ये भी दिमागी नसों की कमजोरी के लक्षण हैं. माना जाता है कि आपके दिमाग की नसों में ब्लड सही से नहीं पहुंच पाता है, जिसके चलते शरीर के अलग-अलग अंगों में झुनझुनी होने लगती है.बता दें कि दिमाग नसों के कमजोर होने से आपकी मानसिक क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है. यानी ये आपकी सोचने की क्षमता को प्रभावित करती है. इसके चलते कई बार ये याददाश्त को भी प्रभावित करता है. इससे व्यक्ति को चीजें याद कर बोलने में भी मुश्किल हो सकती है. इसके अलावा चीजों को बोलने में कंफ्यूजन हो जाना भी दिमाग के नसों की कमजोरी से जुड़ा होता है. ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर को दि

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