नेयरा पुलवामा मुठभेड़ में मारे गए इनायत मीर के आतंकी;
श्रीनगर: नेयरा पुलवामा मुठभेड़ में मारे गए इनायत मीर के आतंकी होने की सच्चाई पर उसके परिजन भी आपस मेंं बंटे नजर आ रहे हैं। उसकी बहन बता रही है कि वीरवार आतंकी उनके घर में थे और इनायत उनके साथ ही था। उसके पिता व अन्य इनायत को आतंकी नहीं बता रहे हैं। वह शनिवार शाम तक ननिहाल में ही था। वह उसका शव भी मांग रहे हैं। इसके अलावा हिरासत में लिए गए इनायत के भाई नवीद मीर की रिहाई पर भी जोर दे रहे हैं।
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नेयरा पुलवामा मुठभेड़ में जैश कमांडर जाहिद वानी उर्फ टाइगर समेत चार आतंकी मारे गए हैं। इनमें एक मकान मालिक गुलाम कादिर मीर का पुत्र इनायत मीर भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक वह एक हाइब्रिड आतंकी था। गुलाम कादिर मीर ने अपने पुत्र को निर्दोष बताते हुए कहा कि मेरी दो बेटियां शनिवार को घर में थी। मैं अपने बेटे इनायत मीर व पत्नी संग निकटवर्ती त्रिसल गांव गया था। वहां हमारे रिश्तेदार की मौत हुई थी।
गुलाम कादिर ने कहा कि हम सभी तो दो दिनों से त्रिसल में थे। शनिवार शाम साढ़े चार बजे मैंने इनायत को घर भेजा था। बेटियां भी घर में थी। शनिवार की रात को नमाज के बाद मुझे एसपी पुलवामा का फोन आया था। उसने कहा कि मेरे घर में आतंकी हैं। मैंने उसे कहा कि हम दो दिन से घर पर नहीं है और पीछे से कौन घर में दाखिल हुआ है,उसके बारे में मुझे नहीं पता है। मैं स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत रहा हूूं और 1996 में मुझे आतंकियों ने अगवा किया था।
उसकी बेटी एक वीडियो में बड़े आराम से बता रही है कि इनायत मीर वीरवार की रात दस बजे से घर में था। आतंकी उसके साथ थे। उसने कहा कि इनायत को मुठभेड़ दौरान भी सरेंडर के लिए मनाने का प्रयास किया गया,लेकिन वह नहीं माना। उसने कहा था कि वह मर जाएगा,लेकिन सरेंडर नहीं करेगा।