नई दिल्ली। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फर्जी ईमेल आईडी और उनके फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोपित पत्रकार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान ओडिशा के भुवनेश्वर के रहने वाले मनोज कुमार सेठ के रूप हुई है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि उसने यूपी के मुख्यमंत्री की फर्जी मेल आईडी [email protected] बनाई थी।
हालांकि पुलिस इस मामले की जांच में भी जुटी है कि आरोपित ने मुख्यमंत्री की फर्जी आईडी किस मससद से बनाई थी।
इन लोगों को पालक से रहना चाहिए…
पुलिस से बचाने के लिए बदल लेता था ठिकाना
गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ नाम से एक शख्स ने अपने स्थानीय अखबारों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) से विज्ञापन मांगे। इसके लिए आरोपी ने तत्कालीन सांसद व मौजूदा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फर्जी मेल आईडी बनाई। उनके लेटरहेड पर भी फर्जी साइन कर कई कंपनियों को ईमेल भेज विज्ञापन मांगे।
मामले की भनक लगी तो सांसद के निजी सचिव ने दिल्ली पुलिस की साइबर सेल से शिकायत की। वर्ष 2016 में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया। काफी प्रयासों के बाद पुलिस ने छह साल बाद आरोपी को ओडिशा के भुवनेश्वर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान मनोज कुमार सेठ (41) के रूप में हुई है। वह स्वतंत्र पत्रकार है। उस पर ओडिशा में भी जबरन वसूली का मामला पहले से दर्ज है।
आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि वर्ष 2016 में गोरखपुर से लोकसभा सांसद रहे योगी आदित्यनाथ के निजी सचिव राजभूषण सिंह रावत ने पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि किसी ने सांसद के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर पीएसयू कंपनियों, पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, ओएनजीसी और गेल इंडिया को ईमेल किया है। ईमेल में सांसद के फर्जी हस्ताक्षर किए हुए एक लेटर भी लगे हैं, जिसमें अंग्रेजी अखबार ब्रेकिंग न्यूज और टॉप न्यूज को विज्ञापन देने के लिए कहा गया है। उनकी शिकायत के बाद मामले की जांच की गई।