भ्रष्टाचार में लिप्त इमरान सरकार!खतरे में ?

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सत्ता पर काबिज इमरान सरकार को आने वाले दिनों में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि बुधवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने इमरान खान से मुलाकात की है. मुलाकात के बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तानी सेना एक बार फिर से बड़ा कदम उठा सकती है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बैठक में ‘पाकिस्तानी सेना से जुड़े पेशेवर मामलों पर चर्चा की गई.’
यह बैठक प्रधानमंत्री ऑफिस में हुई. दरअसल, पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने में नाकामी को लेकर इमरान खान सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. यह बैठक ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ओर से जारी रिपोर्ट में पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के मामलों में बढ़ोतरी के बाद हुई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी की 2021 की रिपोर्ट में 16 स्थान गिरकर 140 स्थान पर आ गया.
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब ‘जवाबदेही पर प्रधानमंत्री के सलाहकार’ शहजाद अकबर ने, भ्रष्टाचार में शामिल विपक्ष के कई नेताओं को कानून के कठघरे में खड़ा करने में विफल रहने पर इस्तीफा दे दिया है. विपक्षी दलों ने अकबर के इस्तीफे और रिपोर्ट को भ्रष्टाचार से निपटने में इमरान खान की विफलता का संकेत बताया और उनके इस्तीफे की मांग की.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना वहां की सरकार को परोक्ष रूप से अपने कंट्रोल में रखती है. पाकिस्तान बनने के 73 से ज्यादा सालों में आधे से अधिक समय तक सेना ने वहां शासन किया है. सेना वहां की सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में काफी शक्ति का प्रयोग करती है. यही वजह है कि विपक्षियों की ओर से घिरने के बाद सेना प्रमुख ने इमरान खान के साथ बैठक की है.