10 जुलाई तक न्यायिक कार्य नहीं करेंगे वकील
लखनऊ । राजधानी की अधीनस्थ अदालतों के वकील कोरोना महामारी के चलते 10 जुलाई तक न्यायिक कार्य करने में असमर्थ रहेंगे। मंगलवार को सेंट्रल बार एसोसिएशन की बैठक में इस आशय का एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिला जज को भेजे गए इस प्रस्ताव में कहा गया है कि तब तक किसी भी मुकदमे में एक पक्षीय अथवा प्रतिकूल आदेश पारित नहीं किया जाए। सीबीए के प्रस्ताव में कहा गया है कि सिविल कोर्ट परिसर में वकीलों के साथ ही वादकारियों की भी भीड़ बढ़ गई है। ऐसी स्थिति में भारत सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन्स का अनुपालन सुनिश्चित नहीं हो पा रहा है। जिससे कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा अत्यधिक बढ़ गया है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि वरिष्ठ वकील व वादकारी तथा कैंटोनमेंट जोन के वकीलों का अदालत आना अंसभव है। लिहाजा इन सबके मद्देनजर वकील 10 जुलाई तक न्यायिक कार्य करने में असमर्थ रहेंगे। सीबीए के अध्यक्ष आदेश कुमार सिंह की अध्यक्षता व महामंत्री संजीव कुमार पांडेय के संचालन में हुई एक बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया।