नई दिल्ली । ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण राजधानी में कोरोना के नए मामलों में तेजी से वृद्धि होने के बाद अब इनमें कमी आने लगी है। हालांकि, संक्रमण दर में खास कमी आती दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में यह तीसरी लहर के थमने का संकेत है या नहीं। इसको लेकर सफदरजंग अस्पताल में प्रिवेंटिव कम्युनिटी मेडिसिन के डायरेक्टर प्रोफेसर डा. जुगल किशोर ने अपने विचार रखें। उनके हिसाब से जानिए अभी और कितने दिनों में इससे राहत मिलने की उम्मीद है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना क्या कहते हैं एक्सपर्ट डॉक्टर –
सवाल- तीन दिन से कोरोना के मामले घट रहे हैं लेकिन संक्रमण दर खास नहीं घटी है। इससे क्या संकेत मिल रहे हैं?
जवाब- बिल्कुल इसे राहत की बात माना जा सकता है, क्योंकि पहले जिस तेजी के साथ मामले बढ़ रहे थे, उसी तेजी के साथ संक्रमण दर भी बढ़ रही थी। चूंकि अब यह स्थिर है, इसलिए आने वाले दिनों में संक्रमण दर में कमी आएगी तो मामले और भी कम आएंगे। इसलिए कोरोना के नए मामले और संक्रमण दर घटना दोनों राहत की बात है।
अखिलेश यादव ने हाथ में अन्न लेकर लिया संकल्प।
राजधानी दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर से..
कोरोना के नए मामलों में तेजी से वृद्धि होने के बाद अब इनमें कमी आने लगी है।
सवाल- आइसीएमआर के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार बिना लक्षण वाले लोगों की जांच बंद कर दी गई है, क्या इस वजह से मामले कम हुए हैं?
जवाब- आइसीएमआर द्वारा बहुत पहले ही यह कदम उठाया जाना चाहिए था। ओमिक्रोन का संक्रमण इतना हल्का है कि इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। इसलिए जांच कराना पहले से ही जरूरी नहीं था। अधिक जांच कराने की वजह से ही अधिक मामले आ रहे थे। इससे एक नकारात्मक माहौल पैदा हो रहा था। बिना लक्षणों वाले लोगों की जांच बंद होने से मामले कम हो रहे हैं और एक सकारात्मक माहौल बन रहा है। जांच कराने के बजाय बिना लक्षण वाले लोगों को एक सप्ताह तक घर में रहकर ही अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। अधिकतर लोग वैसे भी घर पर ही ठीक भी हो रहे हैं, तो ऐसे में सभी लोगों की जांच करना बिल्कुल आवश्यक नहीं है।