
अमरावती। तेलुगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने एक किसान की तत्काल रिहाई की मांग की है, प्रदेश सरकार ने किसान पर जिसे एक झूठे के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि गुंटूर जिले में सत्तारूढ़ वाइएसआरसीपी विधायक के कहने पर यह मामला दर्ज किया गया है।
नरेंद्र के रूप में पहचाना गया यह किसान, गुंटूर जिले के विनुकोंडा विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले सांवल्यपुरम के रहने वाला है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मकर संक्रांति त्योहार के पर्व पर नरेंद्र के कारावास का कड़ा विरोध किया और उसकी गिरफ्तारी को सरासर गलत बताया।
किसान को गिरफ्तार करने के लिए किया ‘झूठा मामला’ दायरः नायडू
तेदेपा प्रमुख नायडू ने किसान की तत्काल रिहाई के साथ-साथ यह भी मांग की, कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ सरकार किसान के परिवार से माफी मांगे, उन्होंने कहा कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाइएसआरसीपी) ने किसान पर झूठे आरोप लगाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था।
प्रदेश सरकार ने उन्होंने कहा कि त्योहार के इस मौसम में किसान परिवार को ‘गलत और अपमानित’ किया गया था। नायडू ने एक आधिकारिक बयान में कहा, किसान समुदाय जगन रेड्डी शासन को अन्नदथ (खाना देने वाले) के परिवार को इतना दर्द देने के लिए माफ नहीं करेगा।
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उन्होंने आगे यह भी कहा कि नरेंद्र एक अत्यधिक चिंतित किसान थे, जिन्होंने फसलों के लिए लाभकारी मूल्य की मांग की थी। नायडू ने कहा, हालांकि, उनकी याचिका पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देने के बजाय, जगन रेड्डी सरकार ने पूरे किसान समुदाय का अपमान करना शुरू कर दिया है।
तेदेपा प्रमुख नायडू ने यह आरोप लगाया है कि विनुकोंडा के सत्तारूढ़ वाइएसआरसीपी विधायक के इशारे पर किसान को गिरफ्तार करने का एक अवैध मामला दर्ज किया गया था।
नायडू ने राज्य सरकार से विनुकोंडा ग्रामीण सीआई अशोक कुमार को निलंबित करने की भी मांग की है। और साथ ही यह भी मांग की कि राज्य सरकार ने किसान के परिवार को श्पीड़ाश् पहुंचाई है, उसके लिए भी मुआवजा दे।