तीसरी लहर के बीच भारतीय रेलवे का बड़ा फैसला
लखनऊ। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की भारत दर्शन ट्रेनें भी निरस्त होने लगी हैं। आइआरसीटीसी को चार जनवरी की अपनी भारत दर्शन को निरस्त करना पड़ा है। जबकि 21 जनवरी को गंगा सागर जाने वाली दक्षिण भारत दर्शन ट्रेन की यात्रा को भी स्थगित करने की तैयारी है।
पिछले एक सप्ताह में कोरोना के देश भर में केस बढ़ने के बाद कई राज्यों में सख्त नियम लागू हो गए हैं। ऐसे में टूरिज्म सेक्टर पर भी इसका सीधा असर पड़ा। वाराणसी और प्रयागराज होकर लखनऊ के रास्ते सात ज्योर्तिलिंग के दर्शन की ओर जाने वाली चार जनवरी की भारत दर्शन ट्रेन में बुकिंग का अचानक निरस्तीकरण बढ़ गया था।
भारत दर्शन ट्रेनों को किया निरस्त
इसके चलते आइआरसीटीसी भारतीय रेलवे ने इस ट्रेन को निरस्त कर दिया। वहीं, 21 जनवरी को अयोध्या होकर गंगा सागर की ओर जाने वाली भारत दर्शन ट्रेन में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बुकिंग निरस्त हो गयी हैं। आइआरसीटीसी इस ट्रेन को अब 15 फरवरी के बाद चलाने की तैयारी कर रहा है। इसे लेकर एक प्रस्ताव आइआरसीटीसी मुख्यालय को भेजा गया है।
आइआरसीटीसी ने फरवरी माह तक होने वाली भारत दर्शन ट्रेन के पैकेज की बुकिंग पर रोक लगा दी है। वहीं विमान के साथ बुक होने वाले पैकेज पर भी कोरोना संक्रमण का असर पड़ा है। आइआरसीटीसी की देश की कारपोरेट सेक्टर की पहली ट्रेन तेजस एक्सप्रेस के ऊपर भी कोरोना का साया मंडरा रहा है।
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80 से 90 प्रतिशत तक सीटें खाली हो गयी हैं। ऐसे में आइआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस को सप्ताह में छह दिन चलाने का 15 जनवरी तक का अपना आदेश निरस्त कर दिया है। अब 16 जनवरी से तेजस एक्सप्रेस शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार को ही चलेगी।
आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि देश भर में बढ़ी सख्ती के कारण यात्रियों की संख्या घटी है। आइआरसीटीसी अपनी भारत दर्शन ट्रेनों को स्थगित कर उनको नई तिथि पर चलाने की तैयारी कर रहा है।