अनिश्चित काल के लिए शीतकालीन सत्र समाप्त
नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही तय समय से एक दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई। संसद का शीतकालीन सत्र आज समाप्त हो गया।
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ जो कि 23 दिसंबर तक शेड्यूल्ड था लेकिन एक दिन पहले ही दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई।
शीतकालीन सत्र में कुल 18 बैठकें हुईं
वहीं विपक्षी सदस्यों द्वारा दोनों सदनों में व्यवधान के कारण सत्र में 18 घंटे और 48 मिनट का नुकसान हुआ। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा में दो दिसंबर को 204 फीसदी का रिकार्ड काम हुआ। इसके अलावा शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष ने जिस दो मुद्दे को सबसे अधिक उठाया वे थे लखीमपुर खीरी हिंसा और राज्यसभा से 12 सांसदों का निलंबन।
संसद परिसर के बाहर प्रदर्शन
राहुल गांधी के साथ विपक्ष के कई नेताओं ने किसानों को कुचलने के मामले में आरोपी आशीष मिश्रा टेनी के पिता व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे को लेकर सदन को बाधित किया। विपक्षी नेताओं ने इस दौरान मार्च निकालकर संसद परिसर के बाहर भी प्रदर्शन किया। हालांकि विपक्ष के हंगामे के दौरान कई अहम विधेयक भी पास हुए।
राज्यसभा की कार्यवाही खत्म होने के साथ ही मंगलवार को सदन में टीएमसी सांसद ने स्पीकर की तरफ नियमावली की किताब फेकी थी जिसके बाद संसद की मर्यादा भंग करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई और उन्हें संसद से निलंबित कर दिया गया।