सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का दबाव में कराया अंतिम संस्कार

जहां लेखपाल रंजीत ने अपने तीन साथियों के साथ 16 साल की लड़की से सामूहिक दुष्कर्म किया था। 4 महीने की प्रेग्नेंट होने पर लड़की के घरवालों को इसका पता चला था। इसके बाद पिता ने 11 अक्टूबर को 4 लोगों के खिलाफ बेटी से सामूहिक दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कानपुर हैलट अस्पताल में 14 दिसंबर को उसने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन मां-बच्चे दोनों की मौत हो गई। बुधवार सुबह से ही पोस्टमार्टम हाउस में एसडीएम बिल्हौर, आउटर के एडिशनल एसपी आदित्य शुक्ला, सीओ बिल्हौर और सदर के साथ ही कई थानों का फोर्स मौजूद था। पीड़ित परिवार ने बताया कि पुलिस ने दबाव में शव का अंतिम संस्कार करा दिया। जबकि वह गांव में बेटी का अंतिम संस्कार करना चाहते थे। इतना ही नहीं, पुलिस ने परिजनों को मीडिया से भी बात करने पर रोक लगा रखी थी। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन देकर शांत कराया। आईजी रेंज कानपुर प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले की जांच एडिशनल एसपी आउटर को दी गई है। जांच में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।