कृष्ण का रहस्यमयी मंदिर, अपने आप ही खुलता और बंद होता है दरवाजा
रंगमहल मंदिर: कृष्ण नगरी वृन्दावन में एक ऐसा मंदिर हैं, जहां मान्यता है कि आज भी भगवान कृष्ण यहां हर रोज आते हैं. इस मंदिर का नाम रंगमहल है. यह वृंदावन में काफी प्रसिद्ध मंदिर है. इस मंदिर को लेकर लोगों के बीच आस्था है कि यहां रोज रात को कृष्ण भगवान और श्री राधा रास रचाने आते हैं.
यहां के पुजारी बताते हैं कि रंगमहल मंदिर का दरवाजा हर सुबह अपने आप खुद से खुलता है, वहीं हर रात्रि यहां का दरवाजा खुद से ही बंद हो जाता है. बताया जाता है कि यहां आकर भगवान कृष्ण भोग लगा सकें, इसके लिए यहां मक्खन रखा जाता है.
यहां रहने वाले पुजारी बताते हैं कि श्रीकृष्ण और राधा हर रोज यहां शयन करने आते हैं. इसलिए हर रोज उनके लिए बिस्तर लगाया जाता है. पुजारियों के अनुसार, सुबह बिस्तर की सिलवटें देखने से प्रतीत होता है कि निश्चित ही भगवान यहां रात्रि विश्राम के लिए आए थे. यहां श्रृंगार की सामग्री भी हर रोज बिखरी मिलती है. इसके अलावा रात को रखा गया भोग खाया हुआ प्रतीत होता है.
इस मंदिर के पास एक वन है, जिसे निधि वन के नाम से जाना जाता है. यह वन भी काफी रहस्यमयी जगह है. लोग बताते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण और श्री राधा निधि वन में आधी रात के बाद रास रचाते हैं. जहां भगवान कृष्ण, राधा जी के साथ रास रचाते हैं, वहां लोगों के रुकने की मनाही है.
पुजारी बताते हैं कि जिस जगह पर भगवान कृष्ण रास रचाते हैं वहां इससे पहले दो व्यक्तियों ने छिपकर भगवान का दर्शन करने के बारे में सोचा था, लेकिन अगली सुबह दोनों पागल हो गए थे. इसमें से एक संत थे, जिनकी समाधि यहां बनाई गई है.
इस स्थान की सबसे ज्यादा आश्चर्य करने वाली बात यह है कि यहां आप दिन में पक्षियों को देख सकते हैं, लेकिन रात्रि होते ही वह यहां से चले जाते हैं. मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे दिल से मांगता है, उसकी हर मुराद पूरी होती है.