रानी मुखर्जी को ‘कुछ कुछ होता है’

‘कुछ कुछ होता है’ एक रोमांटिक कॉमेडी-ड्रामा है, जिसमें शाहरुख खान, काजोल और रानी मुखर्जी ने अभिनय किया है. इसे करण जौहर ने लिखा और निर्देशित किया था, जो एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. हालांकि, पिछले कुछ सालों में लोगों ने इस बात पर जोर दिया है कि फिल्म में शाहरुख का रोल काफी उतावले स्वभाव का था. दर्शकों ने यह भी बताया कि फिल्म में महिलाओं को किस तरह से दिखाया गया है.
इंडिया.कॉम को दिए एक इंटरव्यू में, रानी मुखर्जी ने कहा, ‘टीना एक दयालु इंसान थी, जिसे पाना राहुल के लिए बहुत कठिन था, इसलिए उसमें टीना को लेकर ज्यादा उत्सुकता थी. फैक्ट यह है कि उन्होंने कॉलेज में ‘ओम जय जगदीश हरे’ गाया था, जबकि वह लंदन में पैदा हुई और पली-बढ़ी है. इससे भी राहुल, टीना की ओर आकर्षित हुआ था.’
रानी ने यह भी कहा, ‘मैं ऐसा नहीं कहूंगी कि वह टॉमबॉय जैसी दिखने वाली अंजलि के पीछे जाने के बजाय एक ऐसी लड़की के पीछे गया था जो दिखने में बहुत अच्छी थी. मैं इसे उतना हल्का नहीं बनाऊंगी. मैं कहूंगी कि टीना के रोल में बहुत गहराई थी कि राहुल जैसे लड़का उसके प्यार में पड़ा. आखिर में टीना ही राहुल और अंजलि के बीच के प्यार को समझ पाती है. आप जानते हैं कि टीना में एक अच्छी दिखने वाली लड़की होने के साथ-साथ काफी गहराई भी थी.’
रानी ने यह भी कहा कि प्यार में पड़ना हर एक इंसान के लिए अलग-अलग होता है. इसलिए, किसी को उनकी पसंद की वजह से नहीं आंका जा सकता. उन्होंने आगे कहा कि जो आपको सही लगे, वह दूसरे व्यक्ति के लिए गलत हो सकता है.
फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ रानी मुखर्जी के करियर में खास जगह रखती है. एक्ट्रेस ने 1996 की फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ के साथ हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था, जिसके बाद फिल्म ‘गुलाम’ की थी. उन्होंने ‘साथिया’, ‘हम तुम’, ‘वीर-जारा’, ‘चलते चलते’, ‘ब्लैक’, ‘बंटी और बबली’, ‘मर्दानी’ और ‘हिचकी’ जैसी कई फिल्मों में भी अभिनय किया है.