कोरोना का पहला मरीज था वुहान के सी-फूड मार्केट का वेंडर

वाशिंगटन. कोरोना महामारी की उत्पत्ति को लेकर दुनियाभर में अब भी रिसर्च जारी है. अब एक नई अमेरिकी स्टडी में खुलासा हुआ है कि कोरोना महामारी का पहला मरीज वुहान सी-फूड मार्केट से ही मिला था. स्टडी का कहना है कि अब तक सूचना ये थी कि कोरोना का पहला मरीज एक अकाउंटेंट था लेकिन ये जानकारी गलत है. स्टडी कहती है कि महामारी का पहला मरीज वुहान के सी-फूड मार्केट का एक वेंडर था. किसी बीमारी के पहले पहले मरीज को पेशेंट जीरो भी कहते हैं. कोरोना महामारी के आउटब्रेक के बाद से ही पेशेंट जीरो को लेकर कई तरह रिसर्च सामने आ चुकी हैं.
दरअसल दुनिया में पहली बार कोरोना महामारी का आउटब्रेक वुहान में ही हुआ था. यही कारण है कि शुरुआती दिनों में कोविड-19 को वुहान वायरस भी कहा जाता था. बाद में इसका वैज्ञानिक नामकरण SARS-CoV-2 किया गया. चीन द्वारा लगातार कोरोना को लेकर जानकारियां छुपाने के कारण दुनिया का संदेह और भी बढ़ता गया. चीन की वुहान वायरोलॉजी लैब भी संदेह के घेरे में रही है.
‘जर्नल साइंस’ नाम के जर्नल में प्रकाशित यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के प्रोफेसर माइकल वोरोबी की स्टडी में कहा गया है-जिस अकाउंटेंट को कोरोना का पहला मरीज बताया जाता है, उसका केस 16 दिसंबर 2019 को सामने आया था. इससे पहले वुहान के सी-फूड मार्केट में एक वेंडर में महामारी के लक्षण मिले थे.
अब माना जा रहा है कि इस नई स्टडी के बाद कोरोना के पेशेंट जीरो को लेकर बहस तेज हो सकती है. इस वक्त यूरोपीय देश समेत खुद चीन भी कोरोना के बढ़ते मामलों से परेशान है. जहां एक तरफ यूरोपीय देश महामारी के खिलाफ लड़ाई में लगे हैं वहीं चीन में भी सख्त लॉकडाउन दोबारा लगाए जाने शुरू हो गए हैं.
इस साल की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने कोरोना की उत्पत्ति को लेकर चीन में स्टडी की थी. हालांकि बाद में इस टीम के एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा कि चीन द्वारा उन्हें स्वतंत्र तरीके से स्टडी नहीं करने दी गई.