पाक की करारी हार, ऑस्ट्रेलिया फाइनल में

दुबई. ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया और दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बना ली. दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 4 विकेट पर 176 रन बनाए. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 5 विकेट खोकर 1 ओवर शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया. मैथ्यू वेड (41*) ने पेसर शाहीन शाह अफरीदी के पारी के 19वें ओवर में लगातार गेंदों पर 3 छक्के जड़े और ऑस्ट्रेलिया को फाइनल का टिकट दिला दिया. उन्हें इस दमदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. वेड ने 17 गेंदों की अपनी आतिशी पारी में 2 चौके और 4 छक्के जड़े. मार्कस स्टॉयनिस ने 31 गेंदों पर 2 चौके और 2 ही छक्के लगातार 40 रन बनाए. दोनों ने छठे विकेट के लिए 81 रन की अविजित साझेदारी की.
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम 4 ओवर में जीत के लिए 50 रन की जरूरत थी. पारी के 17वें ओवर में मार्कस स्टॉयनिस ने हारिस की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़ा. अगले ओवर में हसन अली की गेंद पर मैथ्यू वेड ने लॉन्ग ऑन के ऊपर से 82 मीटर लंबा छक्का जड़ा, जिससे दोनों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी हुई. ओवर की अंतिम गेंद को भी वेड ने चौके के लिए भेजा जिससे 2 ओवर में 28 रन बन गए. शाहीन शाह अफरीदी को बाबर ने पारी के 19वें ओवर के लिए गेंद थमाई. इस ओवर की शुरुआती 3 गेंदों पर 4 रन बने जिसमें एक वाइड भी शामिल थी, लेकिन अंतिम तीनों गेंदों पर वेड ने छक्के जड़ते हुए टीम को जीत दिला दी.
177 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहला झटका पारी की तीसरी ही गेंद पर लग गया और कप्तान आरोन फिंच (0) को शाहीन अफरीदी ने एलबीडब्ल्यू आउट कर पैवेलियन भेज दिया. इसके बाद मिशेल मार्श और डेविड वॉर्नर ने दूसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की. इस साझेदारी को शादाब खान ने तोड़ा और मार्श (28) को आसिफ अली के हाथों कैच करा दिया. मार्श ने 22 गेंदों की अपनी पारी में 3 चौके और 1 छक्का जड़ा. स्टीव स्मिथ भी कुछ खास नहीं कर सके और 6 गेंदों पर 1 चौके की मदद से 5 रन बनाकर शादाब का शिकार बन गए जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 3 विकेट पर 77 रन हो गया.
ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर जम चुके थे और ऐसा लग रहा था कि वह इस अहम मैच में बड़ी पारी खेलेंगे लेकिन 11वें ओवर की पहली गेंद पर शादाब ने उन्हें भी चलता कर दिया. विकेट के पीछे रिजवान ने कैच लपका. हालांकि इस पर ऐसा लगा कि गेंद ने बल्ले का किनारा नहीं छुआ है लेकिन वॉर्नर ने डीआरएस का सहारा नहीं लिया और पैवेलियन लौट गए. वह अर्धशतक से मात्र 1 रन से चूक गए. उन्होंने 30 गेंदों की अपनी पारी में 3 चौके और इतने ही छक्के जड़े. ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को फिर शादाब ने पारी के 13वें ओवर में हारिस के हाथों कैच करा दिया और ऑस्ट्रेलिया की आधी टीम 96 के स्कोर तक पैवेलियन लौट गई.
इससे पहले मोहम्मद रिजवान और फॉर्म में वापसी करने वाले फखर जमां के अर्धशतकों से पाकिस्तान ने 4 विकेट पर 176 रन का मजबूत स्कोर बनाया. रिजवान ने 52 गेंदों पर 67 रन बनाए जिसमें 3 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. उन्होंने कप्तान बाबर आजम (34 गेंदों पर 39 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 71 और फखर जमां (32 गेंदों पर नाबाद 55, तीन चौके, चार छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी की.
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों विशेषकर जोश हेजलवुड का अपनी गेंदों पर नियंत्रण नहीं था. उन्होंने 4 ओवर में 49 रन लुटाए. टीम के दोनों स्पिनरों एडम जंपा (22 रन देकर एक) और ग्लेन मैक्सवेल (तीन ओवर में 20 रन) ने किफायती गेंदबाजी की. मिशेल स्टार्क (38 रन देकर 2 विकेट) और पैट कमिंस (30 रन देकर एक) ने भी विकेट लिए.
बाबर और रिजवान ने फिर से पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दिलाई. बाबर शुरू से लय में थे और उन्होंने गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया. पाकिस्तान ने पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 47 रन बनाए जो इस टूर्नामेंट में पहले 6 ओवर में उसका सर्वाधिक स्कोर है.
आरोन फिंच ने तीसरे ओवर में ही मैक्सेवल के रूप में स्पिन आक्रमण आजमाया. रिजवान ने तब खाता भी नहीं खोला था, जब डेविड वॉर्नर ने सीमा रेखा पर उनका मुश्किल कैच छोड़ा. रिजवान ने इसका फायदा उठाकर जोश हेजलवुड पर छक्का लगाया. इसके बाद हालांकि मैक्सवेल और जंपा ने दबाव बनाया जिसका प्रभाव बल्लेबाजों पर साफ दिखा. बाबर ने लेग स्पिनर जंपा के पहले ओवर में इस दबाव में स्लॉग स्वीप करके लॉन्ग ऑन पर वॉर्नर को आसान कैच दिया. उन्होंने अपनी पारी में 5 चौके लगाए.
पाकिस्तान पर जब दबाव बन रहा था तब रिजवान ने जंपा पर स्क्वायर लेग पर छक्का लगाकर इस कैलेंडर वर्ष में टी20 अंतरराष्ट्रीय में 1000 रन पूरे किए. यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं. स्टार्क का बाउंसर रिजवान के हेलमेट की ग्रिल पर लगा लेकिन इससे उनका विश्वास नहीं डगमगाया. उन्होंने 14वें ओवर में हेजलवुड पर एक और छक्का जड़कर टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया और फिर 41 गेंदों पर टूर्नामेंट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया.
फखर जमां ने पर्याप्त समय क्रीज पर बिताने के बाद हेजलवुड पर सीधा छक्का लगाकर अपने तेवर दिखाए. इस ओवर में रिजवान ने भी छक्का जमाया. रिजवान ने स्टार्क की गेंद पर कैच दिया लेकिन फखर रंग में लौट चुके थे. उन्होंने स्टार्क पर तीन छक्के लगाए लेकिन आसिफ अली (0) और शोएब मलिक (1) कुछ कमाल नहीं कर पाए. फखर ने पारी के अंतिम ओवर में लगातार 2 छक्कों से अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने 31 गेंदों पर अपना पचासा जड़ा और 32 गेंदों पर 55 रन बनाकर नाबाद लौटे.