उत्तर प्रदेश
23 जोन में FSDA करेगा सर्वे, अब स्ट्रीट वेंडरों का होगा रजिस्ट्रेशन
लखनऊ.सड़क के किनारे लगने वाले ठेलों पर बिकने वाले फास्ट फूड की क्वॉलिटी के निर्धारण के लिए फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने स्ट्रीट वेंडरों का रजिस्ट्रेशन कराएगा। रजिस्ट्रेशन के बाद इन स्ट्रीट वेंडर्स को हाइजिन का ख्याल रखने के लिए ग्लोब्स और कैप देगा। ताकि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को बरकरार रखा जा सके। रजिस्ट्रेशन के बाद यदि स्ट्रीट वेंडर्स बगैर ग्लोब्स और कैप के फास्ट फूड तैयार करते मिले तो उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।
23 जोन में स्ट्रीट वेंडर्स के सत्यापन का काम शुरू
-फास्ट फूड की गुणवत्ता को लेकर एफएसडीए की तरफ से लखनऊ के शहरी इलाकों को 23 जोन में बांटा गया है।
-योजना के तहत पहले चरण में हुसैनगंज चौराहे से लेकर परिवर्तन चौक तक स्ट्रीट वेंडर्स के सत्यापन किए जाएंगे।
-ठेलों पर फल से लेकर फास्ट फूड बनाकर बेचने वाले सभी छोटे कारोबारियों को एफएसडीए में 100 रुपए का चालान फार्म भरकर रजिस्ट्रेशन कराने को जागरूक भी किया जा रहा है।
-सत्यापन के बाद पंजीकृत वेंडर्स को ग्लोब्स व कैप दिए जाएंगे।
ट्रैफिक के मुताबिक होगा स्ट्रीट वेंडर्स के स्थान का सत्यापन
-खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय प्रताप सिंह के मुताबिक, स्ट्रटी वेंडर्स का सत्यापन ट्रैफिक के अनुसार किया जाएगा।
-उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर स्ट्रीट वेंडर्स की वजह से जाम लगते हैं, उन्हें अन्यत्र ट्रांसफर किया जाएगा।
-सत्यापन कराने वाले जिन वेंडर्स के पास जगह नहीं होगी, उन्हें स्थान चिन्हित कर दिलाया जाएगा।
-उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने वाले वेंडर्स यदि मानक के अनुरूप काम करते हुए नहीं मिले जो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रजिस्टर्ड वेंडर्स नहीं कर सकेंगे मिलावट
-उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बाद खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में विश्वसनीयता बनी रहेगी।
-इसके साथ ही भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर स्ट्रीट वेंडर्स की वजह से होने वाले ट्रैफिक की समस्या भी दूर हो जाएगी।
-उन्होंने कहा कि इन वेंडर्स के यहां पर एफएसडीए की टीम निरीक्षण करती रहेगी। ताकि कम दाम पर जनता को गुणवत्तायुक्त खाद्य से लेकर पेय पदार्थ मिल सके।