हत्यारों ने महिला का गला काटकर दलित नेता की फोटो पर रखा

चेन्नई. तमिलनाडु के दलित नेता सी पशुपति पांडियन की हत्या में आरोपी एक महिला की डिंडीगुल में बुधवार को गला काटकर हत्या कर दी गई. उससे पहले पांडियन की हत्या के आरोपी चार लोगों की भी हत्या (Murder) हो चुकी है. महिला का नाम निर्मला देवी था. उसकी उम्र 70 साल थी. हत्या करने वाले लोग उसका गला काटकर ननथावनपट्टी गांव स्थित पांडियन के घर ले गए और उसे पांडियन के पोस्टर के नीचे रख दिया. जहां ये हत्या हुई है, वो जगह पांडियन के घर से 500 मीटर दूर है. निर्मला देवी पर आरोप था कि उसने पांडियन के हत्यारों को सुरक्षा दी थी.
माना जा रहा है कि निर्मला देवी की हत्या के पीछे पांडियन के ही समर्थकों का हाथ है. उससे पहले भी चार आरोपियों की हत्या की गई है. इन लोगों के नाम पारा मडासामी, मुथुपंडी, बच्चा उर्फ मडासामी और सामी उर्फ अरूमुगासामी थे. पांडियन देवेंद्रकुला वेल्लालर कूटामेपू के संस्थापक और अध्यक्ष थे. उनकी हत्या 10 जनवरी, 2012 में हुई थी.
पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों को आरोपी बनाया था. केस का ट्रायल डिंडीगुल की स्पेशल कोर्ट में चल रहा है. बुधवार को निर्मला देवी गांव के पास स्थित मनरेगा साइट पर काम करने पैदल जा रही थी. डेविड नगर में दो लोगों ने उसका पीछा किया. बाद में उन्होंने निर्मला देवी पर कई वार किए. अंत में वे उसका गला काटकर साथ ले गए. उसका शरीर एक दुकान के बाहर खून से लथपथ पड़ा रहा.
बाद में पुलिस ने निर्मला देवी का सिर और शरीर ऑटोप्सी के लिए डिंडीगुल के मेडिकल कॉलेज पहुंचाया. जिले के डीआईजी बी विजयकुमारी और एसपी वीआर श्रीनिवासन ने घटनास्थल का दौरा करके लोगों से पूछताछ की.
सूत्रों का कहना है कि हत्यारे जब निर्मला देवी की हत्या करके भाग रहे थे तो करीब 1 किमी दूर उनका एक्सीडेंट हो गया था. इस पर विवाद होने के कारण वे अपनी बाइक छोड़कर भाग गए थे. पुलिस ने बाइक के मालिक का पता लगाया. लेकिन उसका कहना है कि उसकी बाइक से इस तरह की वारदात अंजाम दिए जाने की उसे कोई जानकारी नहीं है.
पिछले 10 दिनों में दक्षिणी जिलों में गला काटने की यह तीसरी घटना है. सोमवार को तिरुनेलवेली में 37 साल के शंकरसुब्रमण्यम का भी गला काटा गया था. उसका गला 2013 में मारे गए एक दलित व्यक्ति की कब्र के पास रखा गया था. इसके बाद 37 साल के दलित ए मरियप्पन का गला काटकर शंकरसुब्रमण्यम की हत्या वाली जगह पर रखा गया था.