खेल
सचिन-मैक्ग्राथ भी हैं इनके दीवाने, मजदूर का बेटा बना करोड़पति,
स्पोट्स डेस्क. क्रिकेटर नाथू सिंह आज 21 साल (08 सितंबर 1995) के हो गए हैं। नाथू इस साल फरवरी में उस वक्त वक्त खबरों में आए थे, जब IPL की ऑक्शन में वे 3.2 करोड़ रुपए में बिके थे। उन्हें नीता अंबानी की टीम मुंबई इंडियंस ने खरीदा था। 10 लाख की बेस प्राइस वाले इस क्रिकेटर को लेने की होड़ में पुणे सुपरजाइंट्स और दिल्ली डेयरडेविल्स जैसी टीमें भी थीं। नाथू के पिता एक मजदूर हैं जो महीने में केवल 7 हजार रुपए महीने कमाते हैं। ऐसे में नाथू सिंह का IPL तक का सफर जानकर लोग हैरान रह गए थे। मजदूर का बेटा कैसे बना स्टार क्रिकेटर…
– नाथू के पिता भरत सिंह जयपुर वायर फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं और उनकी सैलरी 7 हजार रुपए महीना है।
– भरत पहले खेती करते थे, लेकिन जब खर्चे बढ़े तो फैक्ट्री में नौकरी करने लगे। नाथू टिन शेड से बने दो कमरे के घर में बड़े हुए हैं।
– गली क्रिकेट खेलते हुए किसी ने कहा कि नाथू बहुत तेज बॉल फेंकता है उसे क्रिकेट सिखाना चाहिए।
– खुद क्रिकेट की ज्यादा समझ नहीं रखने के बाद भी भरत सिंह ने बेटे के टैलेंट को समझते हुए उसे आगे बढ़ाया।
– उन्होंने नाथू को क्लब भेजना शुरू किया। सालाना फीस 10 हजार रुपए थी। दो महीने की फीस भरी और कहा दो महीने खेलो फिर देखते हैं।
– खुद कभी साइकल से तो कभी बस से बेटे को कोचिंग के लिए छोड़ने जाते थे।
– दो महीने में ही नाथू एकेडमी के स्टार खिलाड़ी बन गए। फैमिली की हालत देखते हुए एकेडमी ने ही उनकी फीस भरी।
– नाथू अच्छी क्रिकेट खेलने लगे और उनका सिलेक्शन अंडर 19 टीम में हो गया। इसके बाद वे राजस्थान की रणजी टीम में भी चुन लिए गए।
– भरत पहले खेती करते थे, लेकिन जब खर्चे बढ़े तो फैक्ट्री में नौकरी करने लगे। नाथू टिन शेड से बने दो कमरे के घर में बड़े हुए हैं।
– गली क्रिकेट खेलते हुए किसी ने कहा कि नाथू बहुत तेज बॉल फेंकता है उसे क्रिकेट सिखाना चाहिए।
– खुद क्रिकेट की ज्यादा समझ नहीं रखने के बाद भी भरत सिंह ने बेटे के टैलेंट को समझते हुए उसे आगे बढ़ाया।
– उन्होंने नाथू को क्लब भेजना शुरू किया। सालाना फीस 10 हजार रुपए थी। दो महीने की फीस भरी और कहा दो महीने खेलो फिर देखते हैं।
– खुद कभी साइकल से तो कभी बस से बेटे को कोचिंग के लिए छोड़ने जाते थे।
– दो महीने में ही नाथू एकेडमी के स्टार खिलाड़ी बन गए। फैमिली की हालत देखते हुए एकेडमी ने ही उनकी फीस भरी।
– नाथू अच्छी क्रिकेट खेलने लगे और उनका सिलेक्शन अंडर 19 टीम में हो गया। इसके बाद वे राजस्थान की रणजी टीम में भी चुन लिए गए।
दिग्गजों को किया इम्प्रेस
– नाथू ने अपने खेल से कई दिग्गज क्रिकेटर्स का दिल जीत लिया। इसमें सचिन तेंडुलकर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई फास्ट बॉलर ग्लेन मैक्ग्राथ भी शामिल हैं।
– मैक्ग्राथ ने एमआरएफ पेस फाउंडेशन में प्रैक्टिस के दौरान नाथू सिंह को बॉलिंग करते देखा था। तब वे नाथू रफ्तार से काफी इंप्रेस हुए थे।
– उस समय उन्होंने कहा था कि यह लड़का एक दिन इंडियन क्रिकेट में बड़ा नाम होगा।
– मैक्ग्राथ ने एमआरएफ पेस फाउंडेशन में प्रैक्टिस के दौरान नाथू सिंह को बॉलिंग करते देखा था। तब वे नाथू रफ्तार से काफी इंप्रेस हुए थे।
– उस समय उन्होंने कहा था कि यह लड़का एक दिन इंडियन क्रिकेट में बड़ा नाम होगा।
– नाथू 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर सकते हैं। उनकी इसी खूबी को देखते हुए मुंबई इंडियंस के मेंटर सचिन ने भी उन्हें IPL ऑक्शन के दौरान टीम में लिया।
– रणजी ट्रॉफी के डेब्यू मैच में उन्होंने राजस्थान की ओर से खेलते हुए दिल्ली के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया।
– रणजी ट्रॉफी के डेब्यू मैच में उन्होंने राजस्थान की ओर से खेलते हुए दिल्ली के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया।
– इस मैच में उन्होंने गौतम गंभीर का विकेट समेत कुल 8 विकेट लिए थे।
– राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर जैसे स्टार इंडियन क्रिकेटर्स भी नाथू की जबरदस्त स्पीड के कायल हैं।
– राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर जैसे स्टार इंडियन क्रिकेटर्स भी नाथू की जबरदस्त स्पीड के कायल हैं।
– अक्टूबर 2015 में भारत आई साउथ अफ्रीका टीम के खिलाफ बोर्ड प्रेसिडेंट XI टीम में नाथू सिंह का सिलेक्शन भी हुआ था।