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सवाल उठे तो मां ने किए चौंकाने वाले खुलासे, 4 साल की बच्ची का 9th में हुआ था एडमिशन
ने अनन्या से कुछ सवाल पूछे। मसलन यूपी के सीएम का क्या नाम है? बराक ओबामा कौन हैं? भारत का राष्ट्रपति कौन है? 11 की टेबल सुनाओ। लेकिन वह एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाई और खिलौनों से खेलती रही। खबर के बाद उसका एडमिशन कैंसिल कर दिया गया। माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल ने जांच करवाने की बात कही है। वहीं बच्ची की मां ने चौंकाने वाले खुलासे किए…
अनन्या की मां छाया देवी से बात की तो उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए।
– छाया देवी ने बताया कि बच्ची अभी छोटी है।
– घर पर गिनती और क,ख,ग,घ,… सिखाया था, इसलिए वह अक्षर पहचान लेती है।
– हिंदी पढ़ लेती है, लेकिन उसका अर्थ उसे नहीं पता होता है।
– छाया देवी ने स्वीकार किया कि अनन्या अभी बच्ची है। स्कूल सेंट मीराज वालों के कहने पर ही उसे नवीं में एडमिशन करवाने जा रहे थे।
– उन्होंने कहा कि बच्ची का ब्रेन अभी छोटा है, उसमें ज्यादा ज्ञान डाला जाएगा तो दबाव पड़ेगा।
– ”उसे मैथ की कोई भी टेबिल नहीं आती है।”
– ”हिंदी पढ़ तो लेती है, लेकिन अगर कोई उससे पूछे कि संज्ञा की परिभाषा बताओ या ऐसे ही कोई बेसिक सवाल तो वह उनका उत्तर नहीं दे पाएगी।”
– घर पर गिनती और क,ख,ग,घ,… सिखाया था, इसलिए वह अक्षर पहचान लेती है।
– हिंदी पढ़ लेती है, लेकिन उसका अर्थ उसे नहीं पता होता है।
– छाया देवी ने स्वीकार किया कि अनन्या अभी बच्ची है। स्कूल सेंट मीराज वालों के कहने पर ही उसे नवीं में एडमिशन करवाने जा रहे थे।
– उन्होंने कहा कि बच्ची का ब्रेन अभी छोटा है, उसमें ज्यादा ज्ञान डाला जाएगा तो दबाव पड़ेगा।
– ”उसे मैथ की कोई भी टेबिल नहीं आती है।”
– ”हिंदी पढ़ तो लेती है, लेकिन अगर कोई उससे पूछे कि संज्ञा की परिभाषा बताओ या ऐसे ही कोई बेसिक सवाल तो वह उनका उत्तर नहीं दे पाएगी।”
अनन्या की मां बोलीं- हमारी बच्ची 4 दिन से परेशान हो गई है
– जब हमारी टीम ने अनन्या के घर का बुधवार को दौरा किया तो वहां अनन्या की मां छाया मिलीं।
– जब उनसे पूछा गया कि अनन्या की उम्र कम है और उसका 9th में एडमिशन किस आधार पर हो रहा है, तो उन्होंने कहा, “हमारे पास अनन्या को सिखाने के लिए बेसिक गिनती और हिंदी वर्णमाला से ज्यादा कुछ नहीं था।”
– “सेंट मीराज कॉलेज के टीचर निरंजन ने कहा था कि अनन्या को 9th में पढ़ाना चाहिए। इसी के बाद उसका एडमिशन वहां करवाया गया।”
– उन्होंने आगे बताया, “4 दिन से कॉलेज के मैनेजर उसे लेकर मीडियावालों से मिलवा रहे हैं। ऐसे में बच्ची काफी परेशान हो गई है।”
– “सेंट मीराज कॉलेज के टीचर निरंजन ने कहा था कि अनन्या को 9th में पढ़ाना चाहिए। इसी के बाद उसका एडमिशन वहां करवाया गया।”
– उन्होंने आगे बताया, “4 दिन से कॉलेज के मैनेजर उसे लेकर मीडियावालों से मिलवा रहे हैं। ऐसे में बच्ची काफी परेशान हो गई है।”
सिस्टम पर उठे सवाल, 9th क्लास में कैसे दिया एडमिशन…
– यूपी के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 4 साल की अनन्या को एक्स्ट्रा टैलेंटेड बताकर 9th क्लास में एडमिशन दिलवा दिया।
– भास्कर के रियलिटी टेस्ट ने डिपार्टमेंट और उसके स्कूल सेंट मीराज के मैनेजमेंट पर सवाल खड़े कर दिए।
– इस टेस्ट के बाद डिपार्टमेंट ने मंजूरी को लेकर यू-टर्न ले लिया। बच्ची का एडमिशन कैंसिल कर दिया गया।
मंत्री ने कहा- होगी जांच
– माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल ने कहा कि जो तथ्य सामने रखा है मैं उससे सहमत हूं।
– इस मामले में मैं तत्काल मंत्री और प्रमुख सचिव से बात कर मामले की जांच के आदेश करूंगा।
– उन्होंने कहा यदि डीआईओएस ने बिना टेस्ट लिए लिखित में कोई ऑर्डर जारी किया है तो वह गलत है।
– किसी भी दशा में बच्ची के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। यह एक विवादास्पद मामला है।
– इस मामले में मैं तत्काल मंत्री और प्रमुख सचिव से बात कर मामले की जांच के आदेश करूंगा।
– उन्होंने कहा यदि डीआईओएस ने बिना टेस्ट लिए लिखित में कोई ऑर्डर जारी किया है तो वह गलत है।
– किसी भी दशा में बच्ची के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। यह एक विवादास्पद मामला है।
वंडर गर्ल को ले गए पिता, बोले स्कूल मैनेजर का आया है फोन
– गुरुवार को वंडर गर्ल अनन्या से मिलने dainikbhaskar.com की टीम दोबारा उसके घर पहुंची।
– उसके पिता तेजबहादुर वर्मा ने बताया, ”उसके स्कूल सेंट मीराज कॉलेज के मैनेजर विनोद कुमार का फोन आया था। उन्होंने अनन्या को घर बुलाया है और अब वहीं जा रहा हूं। इसके बाद वह अनन्या को लेकर चले गए।”
– गुरुवार को वंडर गर्ल अनन्या से मिलने dainikbhaskar.com की टीम दोबारा उसके घर पहुंची।
– उसके पिता तेजबहादुर वर्मा ने बताया, ”उसके स्कूल सेंट मीराज कॉलेज के मैनेजर विनोद कुमार का फोन आया था। उन्होंने अनन्या को घर बुलाया है और अब वहीं जा रहा हूं। इसके बाद वह अनन्या को लेकर चले गए।”
बिना टेस्ट, इंटरव्यू के ही दे दी परमिशन
– लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) ने अनन्या का टेस्ट लिए बिना ही उसे 9th में पढ़ने की मंजूरी दे दी।
– बता दें, अनन्या को 9th में एडमिशन देने के लिए सेंट मीराज इंटर कॉलेज ने 2 जुलाई को डीआईओएस से परमिशन लेने के लिए लेटर लिखा था।
– नियम ये है कि ऐसे केस में बाकायदा टेस्ट या इंटरव्यू के बाद ही एजुकेशन डिपार्टमेंट ऐसी परमिशन दे सकता है।
– लखनऊ के डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने मामले पर 4 दिन में ही यू-टर्न ले लिया।
– लखनऊ के डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने मामले पर 4 दिन में ही यू-टर्न ले लिया।
– 20 अगस्त को त्रिपाठी ने स्कूल को लेटर लिखकर अनन्या को 9th में पढ़ने की मंजूरी दी थी, लेकिन dainikbhaskar.com के रियलिटी टेस्ट के सामने आने पर फैसला बदल दिया।
– त्रिपाठी ने कहा था, “परमिशन तो दे दी है, लेकिन कम उम्र होने के कारण सॉफ्टवेयर अनन्या का एडमिशन फॉर्म एक्सेप्ट नहीं कर रहा है। ऐसे में, उसका एडमिशन रद्द हो जाएगा।”
– त्रिपाठी ने कहा था, “परमिशन तो दे दी है, लेकिन कम उम्र होने के कारण सॉफ्टवेयर अनन्या का एडमिशन फॉर्म एक्सेप्ट नहीं कर रहा है। ऐसे में, उसका एडमिशन रद्द हो जाएगा।”
साइकेट्रिस्ट बोले- ऐसेे कंडीशन में अनन्या पर पड़ेगा दबाव
– सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ. हरजीत सिंह ने बताया, “अनन्या की उम्र महज 4 साल है। उसके न्यूरॉन तो काफी एक्टिव हैं, लेकिन मस्क्युलर डेवलपमेंट नहीं हो पाया है।”
– “ऐसे में, चीजों को रिटेन करने में उसे काफी परेशानी हो रही है। अगर उसे जबरदस्ती बड़ी क्लास में धकेला गया तो उसके दिमाग पर असर पड़ सकता है।”
– “इससे उसकी कैपेबिलिटी भी डाउन हो जाएगी। इस वक्त अनन्या को जबरदस्ती धकेलने और मजाक का पात्र बनाने के बजाय उसकी मदद करनी चाहिए।”
– “इससे उसकी कैपेबिलिटी भी डाउन हो जाएगी। इस वक्त अनन्या को जबरदस्ती धकेलने और मजाक का पात्र बनाने के बजाय उसकी मदद करनी चाहिए।”
– ”अनन्या को पहले वंडर गर्ल के रूप में दिखाया गया।”
– ”अब खुलासे के बाद पता चला कि उसका एडमिशन रद्द हो गया है।”
– ”ऐसे में पिछले चार दिनों में अनन्या के ब्रेन पर काफी दबाव रहा होगा।”
– ”अभी वह छोटी है, उसका न्यूरान सिस्टम फास्ट है।”
– ”वह चीजों को आसानी से समझ सकती है।”
– ”मस्क्यूलर सिस्टम ठीक से डेवलप न कर पाने के चलते उन चीजों का रिप्रेजेंटेशन नहीं कर पा रही है।”
– ”अब खुलासे के बाद पता चला कि उसका एडमिशन रद्द हो गया है।”
– ”ऐसे में पिछले चार दिनों में अनन्या के ब्रेन पर काफी दबाव रहा होगा।”
– ”अभी वह छोटी है, उसका न्यूरान सिस्टम फास्ट है।”
– ”वह चीजों को आसानी से समझ सकती है।”
– ”मस्क्यूलर सिस्टम ठीक से डेवलप न कर पाने के चलते उन चीजों का रिप्रेजेंटेशन नहीं कर पा रही है।”
‘वंडर गर्ल’ समझकर लोग उससे स्टैंडर्ड प्रश्न कर रहे हैं
– ”लोग उसे वंडर गर्ल समझकर नवीं स्टैंडर्ड के प्रश्न कर रहे हैं।”
– ”ऐसे में उसके दिमाग पर भारी दबाव पड़ा है।”
– ”उसकी मां भी कह रही है कि बच्ची परेशान रहने लगी है।”
– ”ऐसा इसलिए क्योंकि उसके साथ जो घटनाक्रम चल रहा है, उसका दिमाग उन चीजों से ऊब गया है।”
– ”बच्चे का दिमाग इस उम्र में क्रिएटिव है। उस पर इसी तरह दबाव पड़ा तो उसका भविष्य खराब हो जाएगा।”
– ”अभी अनन्या का ब्रेन इतना स्ट्रांग नहीं कि यह भारी दबाव झेल सके।”
– ”ऐसे में उसके दिमाग पर भारी दबाव पड़ा है।”
– ”उसकी मां भी कह रही है कि बच्ची परेशान रहने लगी है।”
– ”ऐसा इसलिए क्योंकि उसके साथ जो घटनाक्रम चल रहा है, उसका दिमाग उन चीजों से ऊब गया है।”
– ”बच्चे का दिमाग इस उम्र में क्रिएटिव है। उस पर इसी तरह दबाव पड़ा तो उसका भविष्य खराब हो जाएगा।”
– ”अभी अनन्या का ब्रेन इतना स्ट्रांग नहीं कि यह भारी दबाव झेल सके।”
– डॉ. सिंह बताते हैं, “यूएस और यूके में एक्स्ट्रा टैलेंटेड बच्चों के लिए अलग नियम हैं। वहां तेज बच्चों की कैपेबिलिटी को पहचान कर एजुकेशन डिपार्टमेंट उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए स्पेशल टीचर अप्वाइंट कराता है। डिपार्टमेंट बच्चे की हेल्प करके उसके टैलेंट को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाने में मदद करता है।”
– उनके मुताबिक, ”मेंटल लेवल मैच ना होने के बावजूद 9th में एडमिशन से बच्चे के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में उसे मेंटल प्रॉब्लम भी हो सकती है।”
क्या अनन्या का इस्तेमाल किया जा रहा है?
– एजुकेशन डिपार्टमेंट के अफसरों की मानें तो सेंट मीराज कॉलेज की कमाई ज्यादा अच्छी नहीं है। ऐसे में, अनन्या को वंडर गर्ल डिक्लेयर करके स्कूलवालों को पब्लिसिटी के साथ-साथ एडमिशन भी मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, इसी स्कूल से अनन्या की बड़ी बहन सुषमा वर्मा ने भी पढ़ाई की है। सुषमा ने कम उम्र में ही नरेंद्र मोदी से गोल्ड मेडल हासिल किया है।
बाल संरक्षण आयोग जारी करेगा नोटिस
– बाल संरक्षण आयोग की चेयरमैन जूही सिंह ने बताया कि खबर उनके संज्ञान में है। इसके आधार पर वह डीआईओएस को नोटिस जारी करने जा रही हैं। बाल आयोग डीआईओएस से पूछेगा कि किस आधार पर अनन्या को 9th में एडमिशन दिया गया। इस मामले की पूरी जांच की जाएगी।
– बाल संरक्षण आयोग की चेयरमैन जूही सिंह ने बताया कि खबर उनके संज्ञान में है। इसके आधार पर वह डीआईओएस को नोटिस जारी करने जा रही हैं। बाल आयोग डीआईओएस से पूछेगा कि किस आधार पर अनन्या को 9th में एडमिशन दिया गया। इस मामले की पूरी जांच की जाएगी।