नैनी-सैनी एयरपोर्ट से रेगुलर फ्लाइट पर सियासी घमासान तेज

पिथौरागढ़. नैनी-सैनी एयरपोर्ट से रेगुलर फ्लाइट के मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस जहां इस मुद्दे को विधानसभा चुनाव तक हर कीमत पर जिंदा रखना चाहती है तो वहीं, सरकार की कोशिश है कि चुनाव से पहले किसी भी हालत में हवाई सेवा शुरू हो. दरअसल, पिथौरागढ़ से नियमित उड़ान का मुद्दा यहां की सियासत का सबसे बड़ा केन्द्र है. इस मुद्दे ने किसी राजनेता को फर्स पर पटका तो किसी को अर्स पर भी पहुंचाया है. दो दशकों के लम्बे इंतजार के बाद 2019 में दिल्ली और देहरादून के लिए फ्लाइट शुरू हुई थी. लेकिन ये फ्लाइट यहां के लोगों को बिलकुल भी रास नही आई. कभी प्लेन का दरबाजा हवा में खुला तो कभी रन-वे पर ही प्लेन फिसल गया. नतीजा ये रहा कि बीते साल मार्च से हवाई सेवा पूरी तरह ठप है.
ऐसे में अब विपक्ष इस मुद्दे पर जमकर सियासत गर्मा रहा है. कांग्रेस के पूर्व विधायक मयूख महर का कहना है कि 5 साल गुजरने के बाद भी बीजेपी की सरकार नियमित हवाई सेवा शुरू नही कर पाई है. ऐसे में कांग्रेस को सड़कों में उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. साथ ही महर ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही नियमित हवाई सेवा शुरू नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
रेगुलर फ्लाइट का मुद्दा पिथौरागढ़ के साथ ही चम्पावत और बागेश्वर को भी प्रभावित करता है. ऐसे में चुनावी नजरिए देखें तो 8 विधानसभा सीटों का गणित नैनी-सैनी हवाई सेवा पर टिका है. यही वजह है कि चुनावी साल में कांग्रेस हर हाल में इसकी तपिश को जिंदा रखे हुए है. वहीं, सरकार सितम्बर से नियमित उड़ान शुरू करने का दावा पहले ही कर चुकी है. कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल की मानें तो हर हाल में जल्द ही दिल्ली-देहरादून के साथ ही पंतनगर के लिए भी नियमित फ्लाइट शुरू होगी.
सरकार नियमित उड़ान का दावा तो कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर दावे को हकीकत में तब्दील करने की कोई भी कवायद नजर नहीं आ रही है. अब देखना ये है कि नियमित उड़ान शुरू कर सरकार विपक्ष को करारा जवाब देती है या फिर विधानसभा चुनावों में इस मुद्दे से जुझती नजर आती है.