चीनी कर्मियों को सताने लगा जान का डर! एके47 के साथ कर रहे काम

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में चल रहे चाइना पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर के काम में तैनात कर्मियों ने औजार के साथ अब हथियार भी उठा लिए हैं. उनकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं, जहां ये कर्मचारी निर्माण औजारों के साथ-साथ कंधे पर बंदूकें भी टांगकर खड़े हुए हैं. बीती 14 जुलाई को ही पाक में चीनी इंजीनयर्स को ले जा रही एक बस पर हमला हुआ था, जिसमें कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी.
हाल ही में हुए इस हमले के बाद चीनी कर्मियों को अपनी जान का खतरा सताने लगा है. वहीं, पाकिस्तान की तरफ से बनाई गई स्पेशल सिक्योरिटी डिवीजन भी नाकाम नजर आ रही है. ऐसे में अब CPEC के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स में काम कर रहे चीनी कर्मी अब हथियार साथ में रख रहे हैं. खैबर पख्तूनख्वा के डैम पर चीनी नागरिकों पर हमला हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक़ कुछ जारी तस्वीरों से ये दावा किया जा रहा है कि चीनी कर्मचारी हाथों में एके-47 लेकर काम कर रहे हैं.
दो स्पेशल सिक्योरिटी डिवीजनबनाने के लिए बड़े स्तर पर चीन की तरफ से पैसा लगाया गया है. हर डिवीजन में 15000 जवान तैनात हैं. 34 लाइट डिवीजन को सितंबर 2016 में तैयार किया गया था. जबकि, 44 लाइट डिवीजन का गठन 2020 में हआ था. पाकिस्तान की सेना ने इन डिवीजन को बनाए रखने के लिए और ज्यादा पैसों की मांग की थी, जिसके बाद उन्हें आर्थिक सहायता हासिल भी हुई थी. इसके बाद भी वे पूरी तरह से अपनी ड्यूटी निभाने में असफल रहे हैं
रिपोर्ट्स के अनुसार, 15 अक्टूबर 2020 को सबसे घातक हमला हुआ था. उस दौरान पाकिस्तान के 14 सुरक्षाकर्मियों को बस से निकालकर मार दिया गया था. पाकिस्तान में कहीं भी काम कर रहे चीनी कर्मी और इंजीनियर हर समय सशस्त्र बलों की सुरक्षा में रहते हैं. पाकिस्तान में जारी CPEC प्रोजेक्ट्स में चीन ने काफी बड़ा निवेश किया है.
अपने कर्मियों पर हुए हमले के बाद चीन ने हमले की जांच के लिए एक टीम भेजी थी. इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि जिन हथियारों का इस्तेमाल चीनी सैनिक कर रहे हैं, वे हक्कानी नेटवर्क की तरफ से खरीदे गए हैं. तस्वीरें वायरल होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हो गई हैं.