जाने इस देश ने बादलों को लगाया इलेक्ट्रिक शॉक, होने लगी झमाझम बारिश
दुबई. भारत, अमेरिका, कनाडा, चीन, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात समेत कई देश इन दिनों भीषण गर्मी झेल रहे हैं. तापमान 45 से 50 डिग्री के बीच जा रहा है. संयुक्त अरब अमीरात में भीषण गर्मी बुरा हाल है. यहां तापमान 50 डिग्री तक पहुंच गया है. गर्मी से तपकर लोगों और पशु-पक्षियों की मौत हो रही है. इससे बचने के लिए यूएई ने आर्टिफिशियल बारिश का नायाब तरीका निकाला.
संयुक्त अरब अमीरात के मौसम विभाग ने रविवार को दुबई समेत कई इलाकों में बारिश का वीडियो फुटेज जारी किया है. भारी बारिश के कारण झरने जैसी हालत हो गई थी.
मौसम विभाग ने बताया कि ये बारिश प्राकृतिक नहीं, बल्कि कृत्रिम बारिश थी. दरअसल, यूएई ने ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए बादलों को इलेक्ट्रिकल चार्ज कर दिया. इससे बादल बरस पड़े. ये आर्टिफिशियल बारिश थी.
इस तकनीक में बादलों को बिजली का जोर का झटका दिया जाता है. इससे बादलों में फ्रिक्शन (घर्षण) होती है और बारिश होने लगती है. यूएई में यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के एक्सपर्ट इस तरह की बारिश पर काम कर रहे हैं.
मौसम विभाग ने कहा कि बारिश को क्लाउड सीडिंग नामक तकनीक द्वारा बढ़ाया गया है. इसका उद्देश्य देश में सालाना बारिश की दर को बढ़ाना है. UAE का क्लाउड सीइंग ऑपरेशन देश में बारिश पैदा करने के लिए एक मिशन चला रहा है
बादलों में इलेक्ट्रिक चार्ज को छोड़ने के लिए एक ड्रोन का उपयोग किया जाता है, जो पानी की बूंदों को एकसाथ जोड़ने में मदद करता है और बारिश होती है.
इस मिशन पर 15 मिलियन डॉलर मिशन खर्च किए गए हैं. क्योंकि UAE दुनिया के टॉप 10 सबसे शुष्क देशों में शुमार है. जहां औसत बारिश सिर्फ तीन इंच (78 मिलीमीटर) है.
इस परियोजना पर काम करने वाले प्रोफेसर मार्टेन अंबाउम ने इस साल की शुरुआत में बीबीसी को बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में बारिश करवाने के लिए पर्याप्त बादल हैं.
बता दें कि यूएई धरती पर सबसे सूखे देशों में एक है. ड्रोन तकनीक से ऐसी बारिश कराने में मदद मिल जाती है और गर्मी से निजात भी.