आतंक पर वार : मिनहाज के सामने कॉल डिटेल रखकर पूछताछ हुई तो सकपका गया
लखनऊ। आतंकी गतविधियों में लिप्त होने के आरोप में पकड़ा गया मिनहाज एटीएस के कई सवालों का गोलमोल जवाब दे रहा था। इस पर एटीएस ने शुक्रवार को उसके सामने 10 दिन की कॉल डिटेल रखकर पूछताछ शुरू की तो वह सकपका गया। करीब एक दर्जन ऐसे नम्बर थे, जिनसे हर दिन आठ से 10 बार बात होती थी। कॉल डिटेल देखने के बाद मिनहाज ने कई सवालों का जवाब दिया। इसके अलावा मिनहाज व मुशीर को शुक्रवार का करीब एक घंटे तक आमना सामना कराकर सवाल जवाब किये गये।
11 जुलाई को काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा से मिनहाज और मड़ियांव के मोहिबुल्लापुर से मशरुद्दीन उर्फ मुशीर को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। इनके पास से प्रेशर कुकर बम व विस्फोटक बरामद हुए थे। एटीएस ने दावा किया था कि ये दोनों लोग अलकायदा संगठन से जुड़े हुए हैं। इस समय दोनों लोग 14 दिन की रिमाण्ड पर एटीएस के पास है। चार दिन में एटीएस ने खुफिया एजेन्सियों व एनआईए की टीम के साथ लम्बी पूछताछ की है। इस दौरान कई राज सामने आये जिन पर पड़ताल की जा रही है। इन लोगों से पूछताछ के बाद ही एटीएस ने 14 जुलाई को इनकी मदद करने के आरोप में ई-रिक्शा ड्राइवर शकील, मुईद व मुस्तकीम को गिरफ्तार कर लिया था।
एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि मिनहाज व मुशीर ने कई सवालों का जवाब संतोषजनक नहीं दिया था। दोनों से अलग-अलग पूछताछ में कई विरोधाभासी बातें सामने आयी। इस पर दोनों का आमना-सामना कराकर पूछताछ की गई। इस पर दोनों लोग सवालों का जवाब देने से पहले एक दूसरे से नजरें जरूर मिलाते। एटीएस अफसरों ने दोनों को चेताया भी कि सवालों का जवाब सही दिया जाये।
इन सवालों पर विरोधाभासी जवाब
-दोनों लोग अपने सम्पर्क में रखने वालों से रात में मिलते थे
-मिनहाज की दुकान पर मुशीर ही कुछ लोगों का लाता था
-पिस्टल कब और कहां पर उपलब्ध करायी गई थी
-पिस्टल कानपुर लेने मिनहाज गया था या कोई और
-दोनों लोग कानपुर कितनी बार गये और वहां कौन मिला
-लखनऊ में कितने मददगार थे
-दोनों को फण्डिंग कैसे हो रही थी