एंटीलिया प्रकरण : प्रदीप शर्मा सहित तीन आरोपितों को 28 जून तक एनआईए कस्टडी
मुंबई । एंटीलिया प्रकरण और व्यापारी मनसुख हिरेन मौत के मामले में पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा समेत तीन आरोपितों को गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने 28 जून तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है। एनआईए ने इन तीनों आरोपितों को आज सुबह गिरफ्तार किया था।
एनआईए की टीम ने 11 जून को इस मामले में संतोष शेलार और आनंद शर्मा को गिरफ्तार किया था। इन दोनों से पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर एनआईए ने आज प्रदीप शर्मा और उनके दो सहयोगियों मनीष सोनी एवं सतीश चिभुतकर को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने प्रदीप शर्मा के अंधेरी स्थित घर एवं कार्यालय पर भी छापा मारा था। इसके बाद इन तीनों का जेजे अस्पताल में मेडिकल करवाकर विशेष अदालत में पेश किया गया। एनआईए ने विशेष अदालत को बताया कि इन तीनों ने एंटीलिया के पास जिलेटिन से भरा वाहन खड़ा करने में मुख्य आरोपित सचिन वाझे की मदद की थी। जिलेटिन का इंतजाम इन्हीं तीनों ने किया था इसलिए इन तीनों को 14 दिनों तक एनआईए कस्टडी दी जाए लेकिन विशेष अदालत ने 28 जून तक एनआईए कस्टडी में भेजने का आदेश जारी किया।
उल्लेखनीय है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के पास से 25 फरवरी को संदिग्ध हालात में एक स्कॉर्पियो कार मिली थी, जिसमें से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की गई थीं। इसके बाद व्यापारी मनसुख हिरेन का शव 5 मार्च को मुंब्रा खाड़ी से बरामद किया गया था। अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियो कार मनसुख हिरेन की ही थी। इस मामले में एनआईए अब तक 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें पूर्व सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे और रियाज काजी, पूर्व पुलिस निरीक्षक सुनील माने, पूर्व पुलिसकर्मी विनायक शिंदे, क्रिकेट बुकी नरेश गोरे, संतोष शेलार, आनंद शर्मा, प्रदीप शर्मा, मनीष सोनी और सतीश चिभुतकर शामिल हैं।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर जाने जाने वाले प्रदीप शर्मा से एनआईए अधिकारियों ने इस मामले में पहले भी दो बार में 12 घंटे से अधिक पूछताछ की थी। उनको मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी सचिन वाझे के करीबी के रूप में जाना जाता है। प्रदीप शर्मा 103 एनकाउंटर कर चुके हैं। बहुचर्चित लखन भैया एनकाउंटर में 2010 में प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में प्रदीप शर्मा को निलंबित कर दिया गया था लेकिन मामले में निर्दोष छूटने के बाद उन्हें फिर से सेवा में बहाल किया गया था। प्रदीप शर्मा ने कुख्यात बदमाश दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को रंगदारी मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्होंने पुलिस सेवा से वीआरएस ले लिया था और शिवसेना से जुड़ गए थे। शिवसेना में प्रदीप शर्मा पवक्ता पद पर नियुक्त किए गए थे। साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रदीप शर्मा शिवसेना के टिकट पर नालासोपारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन चुनाव हार गए थे।