हिमाचल में 13 दिन पहले पहुंचा मानसून, चार दिन भारी बारिश का अलर्ट
-जून माह में सामान्य से 39 फीसदी अधिक बारिश उज्जवल शर्मा
शिमला । पहाड़ी राज्य हिमाचल में रविवार को दक्षिण पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी। प्रदेश में मानसून का समय से पहले आगमन हुआ है। मौसम विभाग ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार हिमाचल में मानसून के प्रवेश करने का मानक समय 26 जून है। मगर इस बार समय से 13 दिन पहले मानसून हिमाचल में पहुंच गया है। वर्ष 2008 को भी मानसून ने 13 जून को प्रवेश किया था। हिमाचल में पिछले 21 सालों में मानसून के दस्तक देने का सबसे बेहतर रिकार्ड वर्ष 2000 में रहा है, उस वक्त मानसून ने नौ जून को दस्तक दी थी। विगत वर्ष 2020 में 24 जून को मानसून यहां पहुंचा था। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि रविवार को पूरे प्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून ने प्रवेश कर लिया। उन्होंने कहा कि मानसून के प्रभाव से 17 जून तक प्रदेश में भारी बारिश होने की आशंका है। इसे लेकर मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों के तहत आने वाले 10 जिलों में आरेंज व येलो अलर्ट जारी किया गया है। सिंह ने कहा कि लाहौल-स्पीति व किन्नौर को छोड़कर अन्य 10 जिलों में अगले 24 घंटों यानी 14 जून को गरज के साथ भारी बारिश का आरेंज अलर्ट रहेगा। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से अंधड़ चलने का अंदेशा है। इन इलाकों में 15, 16 व 17 जुन को येलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने कहा कि मानसूनी बारिश के कारण भूस्खलन व पेड़ों के गिरने की घटनाएं सामने आ सकती हैं। ऐसे मेे अलर्ट वाले इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने आम जनमानस को नदी-नालों के किनारों पर न जाने की सलाह दी। सिंह ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। कंडाघाट में सर्वाधिक 52, कोठी में 30, डल्हौजी में 28, आरएल 1700 में 26, नाहन में 23, बिजाई में 22, गग्गल में 21, झंडुता व नादौन में 20-20, सलौणी में 18, बलद्वारा में 17, धर्मपुर व उना में 16-16, नगरोटा सूरियां, शिलारू व खेरी में 15-15, सराहन व बांगटू में 14-14 और सोलन में 12 मिलीमीटर बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि पहली जून से 13 जून तक राज्य में 41.6 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो सामान्य से 39 फीसदी अधिक है। इस दौरान सिरमौर में सामान्य से 93 फीसदी, सोलन में 92 फीसदी, उना में 153 फीसदी, मंडी में 65 फीसदी और कांगड़ा में 81 फीसदी अधिक वर्षा हुई। इसी तरह चंबा में सामान्य से 47 फीसदी, शिमला में 46 फीसदी, हमीरपुर में 46 फीसदी और बिलासपुर में 35 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई। जबकि लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम बारिश रही। किन्नौर और कुल्लू जिलों में भी सामान्य से एक फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। इस बीच मानसून के दस्तक के साथ ही राज्य में मौसम सुहावना हो गया है। राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में रविवार को हालांकि बादल नहीं बरसे, लेकिन तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। शिमला में बाद दोपहर धूप खिल गई। शिमला में अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री, सुंदरनगर में 31, भुंतर में 30.5, कल्पा में 20.5, धर्मशाला में 27.6, उना में 34.6, नाहन में 28.3, सोलन में 27, कांगड़ा में 33.2, बिलासपुर में 32, हमीरपुर में 31.8, चंबा में 31, डल्हौजी में 18.8 और केलंग में 19.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।