राष्ट्रीय

बीजेपी नेताओं ने आयशा सुल्ताना के खिलाफ देशद्रोह केस के विरोध में खोला मोर्चा

नई दिल्ली. लक्षद्वीप में स्थानीय बीजेपी नेता ही फिल्म प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस आयशा सुल्ताना के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के विरोध में उतर आए हैं. लक्षद्वीप में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल खादर की शिकायत पर सुल्ताना के खिलाफ यह केस दर्ज की गई थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि केस दर्ज होने के बाद बीजेपी के स्थानीय नेता नाराज़ हो गए हैं. आयशा के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद बीजेपी के 12 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि आयशा सुल्ताना ने कोरोना के मैनेजमेंट को लेकर लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल की आलोचना की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल खादर के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. इन नेताओं ने खादर को एक चिट्ठी लिखी है. कहा जा रहा है कि इस पर 12 नेताओं और कार्यकर्ताओं के हस्ताक्ष हैं. इस चिट्ठी में लिखा है, ‘लक्षद्वीप में भाजपा इस बात से पूरी तरह वाकिफ है कि कैसे वर्तमान प्रशासक पटेल की हरकतें जनविरोधी, लोकतंत्र विरोधी हैं और लोग इससे खासे परेशान हैं

इन नेताओं ने आयशा सुल्ताना का समर्थन करते हुए लिखा है, ‘दूसरों की तरह आयशा ने भी मीडिया में अपनी राय साझा की. पुलिस में आपकी शिकायत के आधार पर, आयशा सुल्ताना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आपने चेतलाथ की बहन के खिलाफ झूठी और अनुचित शिकायत दर्ज की है, और उसके परिवार और उसके भविष्य को बर्बाद कर दिया है. हम इस पर अपनी कड़ी आपत्ति जताते हैं और अपनी प्राथमिक सदस्यता वापस करते हैं.’
आयशा सुल्ताना पर आरोप है कि उन्होंने टीवी पर डिबेट के दौरान लक्षद्वीप में कोविड-19 के फैलने को लेकर झूठी खबरें फैलाई. साथ ही उन्होंने लक्षद्वीप में प्रशासन की भी आलोचना की थी. सुल्ताना ने फेसबुक पोस्ट पर अपने बयान को सही ठहराया है. उन्होंने कहा कि डिबेट के दौरान उन्होंने बायो वेपन शब्द का इस्तेमाल किया था. मुझे लगा की पटेल की पॉलिसी बायो वेपन कती तरह थी.

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button