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मोबाइल ही देखना था तो रिव्यू मीटिंग में क्यों आए? नाराज मोदी ने मंत्रियों से कहा

नई दिल्ली.कैबिनेट मिनिस्टर्स की रिव्यू मीटिंग में नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर नाराजगी जताई। सूत्रों के मुताबिक, जब मिनिस्ट्रीज के प्रेजेंटेशन के दौरान कई मंत्री अपने मोबाइल फोन में बिजी नजर आए तो मोदी ने उन्हें सख्त हिदायत दी। कहा- ‘अगर मोबाइल फोन पर ही काम करना था तो मीटिंग में क्यों आए? कुछ घंटे तो मोबाइल के बगैर भी रहा जा सकता है।’ सोशल मीडिया पर कई मंत्रियों के एक्टिव नहीं रहने और फंड का इस्तेमाल नहीं करने पर भी वे नाराज दिखे। बताया जा रहा है कि मोदी पावर मिनिस्टर पीयूष गोयल और रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी के कामकाज से खुश नजर आए। मोदी ने कहा- अगली बार मोबाइल बाहर छोड़कर आएं…
– यह रिव्यू मीटिंग गुरुवार रात पार्लियामेंट एनेक्सी में रखी गई थी। यह 5 घंटे तक चली।
– मीटिंग के दौरान फाइनेंशियल मामलों के सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने मोदी के सामने प्रेजेंटेशन दिया।
– इसमें बजट में सरकार की तरफ से किए गए एलान पर हुए अमल के बारे में बताया गया।
क्यों नाराज हुए मोदी?
– सूत्रों ने बताया कि मिनिस्ट्रीज के प्रेजेंटेशन के दौरान कुछ मंत्री मोबाइल पर बिजी दिखे। इससे पीएम नाराज हो गए।
– यह भी बताया जा रहा है कि मोदी ने मिनिस्टर्स को अगली बार मीटिंग में आने से पहले मोबाइल बाहर ही छोड़कर आने की हिदायत भी दी।
बजट खर्च न कर पाने पर मंत्रालयों को दिया टारगेट
– मोदी कई मिनिस्ट्रीज को अलॉट बजट खर्च न हो पाने पर भी नाराज हुए।
– मोदी ने कहा कि बजट के तीन महीने बाद मंत्रालय 25 फीसदी रकम भी खर्च नहीं कर पाए हैं।
– उन्होंने कहा कि 1 महीने में 50 फीसदी बजट खर्च करें। इसके बाद अपडेट दें।
– 7th पे कमीशन की सिफारिशों के अमल में आने को लेकर भी पीएम ने सख्ती दिखाई।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहें मिनिस्टर
– सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में सभी मिनिस्टर्स को उनका सोशल मीडिया रिपोर्ट कार्ड भी सौंपा गया।
– इसमें ट्विटर पर उनके फॉलोअर और ट्वीट के नंबर का जिक्र किया गया।
– इसके साथ ही मंत्रियों सोशल मीडिया में और ज्यादा एक्टिव रहने की सलाह दी गई।
– मंत्रियों को ट्रांसफॉर्म इंडिया हैशटैग के साथ ट्वीट करने और ‘नरेंद्र मोदी ऐप’ इस्तेमाल करने की सलाह भी दी गई।
– मोदी ने कहा कि सरकार कई अच्छी स्कीम्स का एलान कर रही है। लेकिन सरकार के दूत यानी मंत्री और सांसद उन्हें जनता तक नहीं ले जा पा रहे हैं।
चार बड़े मंत्रालयों का क्या हुआ?
– सूत्रों के मुताबिक, चार बड़े मंत्रालयों राजनाथ सिंह की होम, मनोहर पर्रीकर की डिफेंस, अरुण जेटली की फाइनेंस और सुषमा स्वराज की फाॅरेन मिनिस्ट्री के रिव्यू के दौरान काफी कम मंत्री मौजूद थे। जूनियर मंत्रियों को इसमें शामिल नहीं किया गया था।
कैबिनेट में फेरबदल से पहले किसके कामकाज से मोदी हुए इम्प्रेस?
– मोदी पावर मिनिस्टर पीयूष गोयल और रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी के कामकाज से खुश नजर आए।
– बता दें कि पीयूष गोयल को जल्द ही होने वाले कैबिनेट फेरबदल में मिनिस्टर ऑफ स्टेट इंडिपेंडेंट चार्ज से प्रमोट करते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है।
– मोदी के 7 जुलाई से शुरू हो रहे 4 अफ्रीकी देशों के दौरे से पहले ये फेरबदल हो सकता है।
– अभी मोदी मंत्रिमंडल में 66 मंत्री हैं। मोदी 82 मंत्री रख सकते हैं।