कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सर्वमान्य मार्ग योग
गोरखपुर। जनकल्याण समिति के संचालक व प्रदेश अध्यक्ष युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने जन स्वास्थय एवं जागरुकता हेतु मंगलवार को सुबह केन्द्रीय कार्यालय राजेन्द्र नगर पश्चिमी गोकुलधाम से सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना से बचाव व शरीर कि रोग प्रतिरोधक क्षमता मे बृद्धि हेतु लाभकारी योगासन का अभ्यास कराये। योगासन के दौरान सूर्य नमस्कार, अनुलोम विलोम,मण्डूकासन आदि विभिन्न आसनों व प्रणायाम से प्रारम्भ किये तथा जनमानस को जागरुक करते हुए प्रत्येक दिन खुले आसमान के नीचे 15 मिनट तक लाभकारी आसनों व प्रणायाम करने कि सुझाव दिये।
युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने लाइव विडियों के माध्यम से योगाभ्यास व प्रणायाम करते हुए बताया कि कोरोना से बचाव के लिए योगासन एक रामबाण उपाय है तथा शरीर पूर्णतया स्वस्थ रहता है एवं योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ ही श्वसन तंत्र भी मजबूत होता है।
प्रतिदिन नियमित तौर पर योगासन करने से शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं में वृद्धि होती है,जिसकी वजह से रोग से प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ती है। जब हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है कि कोई वायरस या कीटाणु हमें संक्रमित नहीं कर पाता है। हमारे शरीर की रोगों से लड़ने वाली यह प्रणाली उसे स्वत: समाप्त कर देती है। प्राणायाम और आसनों से रक्तचाप, तनाव, मुधमेह, हृदयरोग आदि से बचा जा सकता है। श्री पाण्डेय ने योगासन व प्रणायाम के लाभ को विस्तृत रुप से बताते हुए कहा कि भास्त्रिक पाचन तंत्र, हृदय, फेफड़े और मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है तथा पित्त और कफ को संतुलित रखता है।
कपालभाति शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखने में, अनुलोम-विलोम हृदय रोगियों को स्वस्थ रखने में, भ्रामरी तनाव से मुक्त रखने में सहायक तथा
उदगीथ माइग्रेन और अवसाद से निजात दिलाता है. उष्ट्रासन पाचन तंत्र को बेहतर कर भूख बढ़ाता है तथा कमर दर्द में भी आराम पहुँचाता है.
पश्चिमोत्तानासन यकृत और गुर्दे से संबंधित रोगों से बचाव करता है।पवनमुक्तासन वायु विकार और कब्ज मिटाने में प्रभावी है तथा दुर्बलता दूर करता है।
उत्तानपादासन हाजमे को दुरुस्त रखने के साथ ही तंत्रिका तंत्र को भी मजबूत रखता है।
मंडूकासन मधुमेह, कोलाइटिस से मुक्ति में सहायक तथा पैंक्रियाज से इंसुलिन रिलीज करने में मददगार होता है जिससे व्यक्ति कि इम्यूनिटी शक्ति बढ़ जाती है।