सीएम योगी बोले-पाबंदियों पर डीएम करेंगे फैसला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्यादा केस वाले जिलों में सख्ती करने को कहा है। उन्होंने कहा कि रोजाना 100 से अधिक कोरोना केस या कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक वाले जिलों में रात्रि में आवागमन नियंत्रित रखने के संबंध में भी समुचित फैसला किया जाए लेकिन किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि के आवागमन को बाधित न किया जाए। साथ ही ऐसे जिलों में माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में भी डीएम स्थानीय स्थिति के अनुरूप फैसला करें। सीएम ने कहा कि वह खुद हालात का जायजा लेते हुए प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर जिलों का औचक निरीक्षण करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कोलकाता से लौटने के बाद बुधवार रात कोविड-19 से प्रभावित 13 जिलों के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि इन जिलों में पॉजिटिविटी दर में गिरावट हुई है। वहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए। मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इन सभी जिलों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण की स्थिति तेजी से खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में वहां रहने वाले उत्तर प्रदेश के नागरिकों की वापसी संभावित है। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है।
स्वास्थ्य मंत्री व चिकित्सा शिक्षा मंत्री इन जिलों का दौरा करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री अधिकारियों के साथ इन जिलों का दौरा करें। स्थिति को देखें। सभी जिलों में पीपीई किट, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थरमामीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट सहित सभी आवश्यक लॉजिस्टिक की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। किसी भी जनपद से लॉजिस्टिक के अभाव की शिकायत नहीं आनी चाहिए। जरूरत हो तो तत्काल शासन को अवगत कराएं, पूरी मदद मिलेगी। जिन जिलों में उीएम व सीएमओ स्तर के अधिकारी संक्रमित हैं, वहां संबंधित विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की भूमिका बढ़ाई जाए। सीएमओ की अनुपस्थिति हो तो एडी हेल्थ स्तर के अधिकारी सेवाएं दें।
इन जिलों में 100 से अधिक केस
कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद
यहां 500 से ज्यादा एक्टिव मामले
लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी
50 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल कोविड टेस्ट में कम से कम 50 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाएं। अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र आदि प्रदेशों से विशेष ट्रेन भी संचालित होगी। ऐसे में गोरखपुर, गोंडा, बस्ती व आसपास के क्षेत्रों में खास सतर्कता बरते जाने की जरूरत है। कोविड व नॉन कोविड के लिए इलाज की अलग-अलग और समुचित व्यवस्था की जाए। अतिरिक्त मानव संसाधन के लिए भी स्वीकृति दी गई है।