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एक गांव जहाँ रहने के लिए अपने शरीर का एक अंग निकलवाना पड़ता है जाने ?

अंटार्कटिका :दुनिया में एक ऐसी जगह भी है जहां रहने के लिए हर किसी शख्स को पहले अपने शरीर का एक अंग हटाना या काटना पड़ता है. अगर कोई शख्स ऐसा करने से मना करता है तो उसे वहां रहने की अनुमति नहीं दी जाती है, फिर चाहे वो किसी भी पद पर क्यों न हो. ये नियम इलाके में किसी कानूनी शर्त की तरह है जिसके पूरा होने पर ही एंट्री दी जाती है.

हम बात कर रहे हैं बर्फीली पहाड़ियों से घिरे अंटार्कटिका के गांव विलास लास एस्ट्रेलास की. इस गांव में लंबे समय तक रहने वालों के लिए यही शर्त होती है कि उन्हें अपेंडिक्स का ऑपरेशन करवाना होगा.

करीब 100 लोगों से बसे इस गांव का नियम इतना सख्त है कि वैज्ञानिक से लेकर आर्मी से जुड़े अफसरों और उनके परिवार के लोगों को इस नियम का पालन करना पड़ता है. तभी उन्हें इस गांव में एंट्री दी जाती है.
इस नियम को बनाने के पीछे एक बड़ी मजबूरी नजदीक में अस्पताल का ना होना रही है. यहां से सबसे करीब का अस्पताल भी किंग जॉर्ज द्वीप में है जो गांव से करीब 1000 किलोमीटर दूर है. इस अस्पताल तक पहुंचने के लिए बर्फ से ढंकी पहाड़ियां और खतरनाक रास्तों से गुजरना होता है. वहां पर भी केवल कुछ ही डॉक्टर हैं जिनमें कोई भी सर्जन नहीं है. ऐसे में अगर किसी को अपेंडिक्स का दर्द होता है तो उसकी जान जाने का डर बना रहता है. इसलिए ये नियम बनाया गया है.

इस सवाल का जवाब जानने के लिए पहले आपको अपेंडिक्स के बारे में जानना होगा. अपेंडिक्स एक आंत का टुकड़ा होता है, जिसे डॉक्टरी भाषा में एपिन्डिसाइटिस कहते हैं. इसका एक सिरा खुला और दूसरा बंद होता है. ये एक अवशेषी अंग है यानी जिसकी शरीर को कोई जरूरत नहीं. अक्सर खाने का कोई कण इसमें फंसकर सड़ने लगता है, जिससे ये संक्रमित हो जाता है. इसका दर्द भी बर्दाश्त करना आसान नहीं होता है. वहीं संक्रमण ज्यादा दिनों तक बना रहे तो अपेंडिक्स फट भी सकता है और जानलेवा हो सकता है. यही वजह है कि यहां अपेंडिक्स को गैरजरूरी अंग मानते हुए उसके रिमूवल पर जोर दिया जाता है.

जानकारी के अनुसार, इसी गांव में चिली की सेना, वैज्ञानिक और डॉक्टर रोटेशन पर आते रहते हैं. उन्हें कई बार सालों तक आर्मी बेस में रहना होता है, जिसके चलते परिवार भी उनके साथ आता है. ऐसे में ध्यान रखा जाता है कि आने वाले लोग पूरी तरह से स्वस्थ हों और किसी भी तरह की इमरजेंसी जैसे हालात न बनें. इसी के तहत उनका भी अपेंडिक्स निकाल दिया जाता है. इतना ही नहीं, परिवार के साथ रहने वाले वैज्ञानिकों और मिलिट्री बेस वालों को सलाह दी जाती है कि परिवार की औरतें गर्भवती न हों क्योंकि ऐसे में मेडिकल सुविधा का अभाव खतरनाक हो सकता है. हालांकि इस पर कोई लिखित आदेश नहीं है.

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