लॉकडाउन में गई नौकरी तो करने लगा अवैध हथियारों की तस्करी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अवैध हथियारों के तस्करों के गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गैंग के तीन तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 24 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की है. पकड़ में आए बदमाशों के नाम भुवनेश कुमार, राकेश कुमार और चंद्रवीर सिंह है. पुलिस के मुताबिक भुवनेश ने बी फार्मा की पढ़ाई की हुई है, और लॉकडाउन के पहले वो बाउंसर का काम भी करता था. लेकिन लॉकडाउन में भुवनेश की नौकरी चली गई।
इसके बाद भुवनेश की मुलाकात मध्य प्रदेश के राकेश नाम के एक शख्स से हुई जो हथियारों की तस्करी का काम करता था. उसने भुवनेश को अवैध हथियार में होने वाले मुनाफे के बारे में बताया, जिसके बाद भुवनेश, साढ़े सात हजार में मध्य प्रदेश से सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल खरीदता और लोकल अपराधियों को 15 हजार में बेच देता. लेकिन जल्द ही भुवनेश की पहचान दिल्ली और आसपास के बड़े अपराधियों और गैंगस्टर से हो गई. जिसके बाद भुवनेश एक साथ ज्यादा हथियार लाने लगा और उसे 15 हजार से लेकर 35 हजार के बीच बेचने लगा।
दिल्ली पुलिस जो लगातार इन तस्करों के पीछे लगी रहती है, उसे खबर मिली कि उत्तर प्रदेश के कुछ तस्कर मध्य प्रदेश के खरगोन और धार इलाकों से हथियार लाकर दिल्ली के गैंगस्टर को बेच रहे हैं. सर्विलांस के दौरान पुलिस को पता लगा कि इस गैंग के तस्कर बड़ी मात्रा में अवैध हथियार लेकर दिल्ली के रोहिणी इलाके में आने वाले हैं. इसके बाद रोहिणी के हेलिपैड इलाके में 4 मार्च की रात 9 बजे टीम तैनात कर दी गई।
रात करीब साढ़े दस बजे पुलिस को एक सफेद रंग की वैगन आर कार नजर आई. पुलिस ने देखा कि कार से दो लोग बैग लेकर उतरे हैं. पुलिस ने उन दोनों को जब सरेंडर करने को कहा तो दोनों भागने लगे. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को दौड़ा कर दबोच लिया. दोनों की पहचान भुवनेश और राकेश के रूप में हुई है. जबकि चंद्रवीर कार चला रहा था।
पुलिस ने तीनों को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि इन लोगों ने पहले कार चोरी की थी जिससे तस्करी का काम कर रहे थे।